स्मार्ट मीटर बना मुसीबत, 68-69 लाख के बिजली बिल से मचा हड़कंप

विदिशा। शहर में स्मार्ट मीटर लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गए हैं। पुराने मीटर हटाकर बिजली कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगाए थे, ताकि बिलिंग पारदर्शी हो सके। लेकिन इसके उलट, लोगों को लाखों रुपए के बिजली बिल भेज दिए गए।
होमगार्ड रोड निवासी बुजुर्ग मुरारीलाल तिवारी को 69 लाख 75 हजार का बिल मिला, जिसे देखकर उनकी तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल जाना पड़ा। उनके पड़ोसी महेंद्र सिंह रघुवंशी को 68 लाख का बिल मिला है।
झुग्गियों में रहने वाले गरीब मजदूरों को भी 7-7 लाख रुपए के बिल भेजे गए हैं। रूबी सैनी, योगेश अहिरवार, किरण अहिरवार और बृजेश सैनी जैसे मजदूर परिवार बेहद परेशान हैं। इनके घरों में केवल बल्ब, पंखा और कूलर चलते हैं, फिर भी लाखों का बिल भेजा गया है।
मुरारीलाल तिवारी ने बताया कि वे कुछ समय के लिए बाहर गए थे, तभी बिना सूचना के स्मार्ट मीटर लगाया गया। लौटने पर उन्हें लाखों का बिल थमा दिया गया, जिसमें अब 1 लाख की पेनल्टी भी जोड़ दी गई है। बिजली कंपनी के अफसर भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे। डीई अरविंद वर्मा ने कहा कि यह सॉफ्टवेयर की तकनीकी गड़बड़ी है, जिसे सुधारा जा रहा है।
जोन-2 अधिकारी शरद महोबिया ने बताया कि शहर में 7,000 स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं, जिनमें से 107 उपभोक्ताओं के बिल में गड़बड़ी पाई गई है। लोगों का कहना है कि बिना सहमति के स्मार्ट मीटर लगाए गए और अब कोई सुनवाई नहीं हो रही। स्मार्ट मीटर ने आम जनता को मुश्किल में डाल दिया है।