बाढ़ और भूस्खलन से हालात सुधरे, जम्मू में स्कूल फिर से खुले

जम्मू। जम्मू में बुधवार को सभी सरकारी और निजी स्कूल फिर से खोल दिए गए। बीते सप्ताह भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने 4 सितंबर को सभी स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था। लगातार बारिश से कई पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुआ था, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला लिया गया था। इस दौरान जहां संभव था, वहां ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की गईं।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही जम्मू-कश्मीर का दौरा कर हालात की समीक्षा कर चुके हैं और बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण भी किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी अपील की कि वे हिमाचल और पंजाब की तरह जम्मू-कश्मीर का भी दौरा करें। अमित शाह 1 और 2 सितंबर को जम्मू में थे। उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की, तवी पुल और अन्य क्षतिग्रस्त स्थलों का निरीक्षण किया। केंद्र ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के लिए 209 करोड़ रुपये की मदद जारी की है।
उधर, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को उधमपुर जिले के थर्ड गांव का दौरा किया और राष्ट्रीय राजमार्ग-44 (जम्मू-श्रीनगर) पर बहाली कार्यों की समीक्षा की। यह मार्ग पिछले आठ दिनों से भारी भूस्खलन के कारण बंद है। एनएचएआई अधिकारियों ने जानकारी दी कि चौबीसों घंटे काम चल रहा है और जल्द ही एक लेन यातायात के लिए खोली जाएगी। एलजी सिन्हा ने प्रभावित परिवारों से भी मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। फिलहाल हालात सामान्य की ओर बढ़ रहे हैं और स्कूल खुलने से बच्चों की पढ़ाई में राहत मिली है।