रायगढ़। जिले के खरसिया से छाल मार्ग की खराब हालत को लेकर लोगों का आक्रोश आखिरकार आंदोलन में बदल गया। वर्षों से सड़क की मरम्मत की मांग के बावजूद प्रशासन की चुप्पी को देखते हुए ओबीसी महासभा के संभाग उपाध्यक्ष चैतूराम साहू ने 8 जुलाई से मौन भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। वे छाल से एडू जाने वाले मार्ग पर तिरपाल लगाकर धरने पर बैठ गए थे।
हड़ताल के पांचवें दिन, चैतूराम साहू की तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद 12 जुलाई को PWD उपअभियंता और तहसीलदार मौके पर पहुंचे। उन्होंने लिखित आश्वासन दिया कि बारिश के कारण फिलहाल सड़क निर्माण कार्य रुका हुआ है, लेकिन अस्थायी रूप से गड्ढों की मरम्मत कराई जाएगी। बारिश के बाद रोड निर्माण कार्य शुरू कर शीघ्र पूर्ण किया जाएगा। इसके बाद जूस पिलाकर चैतूराम का आंदोलन समाप्त कराया गया।
ओबीसी महासभा के छाल तहसील अध्यक्ष निर्मल प्रसाद साहू ने बताया कि यह मार्ग खेदापाली, नवापारा, डोमनारा सहित कई गांवों के लिए जीवन रेखा है। खराब सड़क के कारण ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी कई बार प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया और चक्काजाम व धरना प्रदर्शन जैसे आंदोलन किए गए, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं हुआ।
2 जुलाई को ही कलेक्टर को आवेदन देकर भूख हड़ताल की चेतावनी दी गई थी, बावजूद इसके कार्रवाई नहीं हुई। अब प्रशासन की पहल के बाद ग्रामीणों को सड़क मरम्मत की उम्मीद जगी है। आंदोलन के दौरान समाज के कई पदाधिकारी और ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद रहे।