कृषि मंत्री को बदनाम करने की साजिश का पर्दाफाश, फर्जी लेटरपैड से भेजी गईं 90 शिकायतें, FIR दर्ज

रायपुर। छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रामविचार नेताम की छवि को धूमिल करने की गहरी साजिश सामने आई है। अज्ञात व्यक्तियों द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय, विभिन्न राज्यों के वरिष्ठ मंत्रियों और मीडिया संस्थानों को फर्जी शिकायत पत्र भेजे गए, जिनमें मंत्री नेताम पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाए गए। यह शिकायतें महाराष्ट्र की हिंदू जनजागृति समिति के समन्वयक सुनील घनवट के फर्जी लेटरपैड और हस्ताक्षर के साथ भेजी गई थीं।
रायपुर निवासी कारोबारी राहुल हरितवाल की शिकायत पर राखी थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। शिकायत के अनुसार, 25 अप्रैल 2025 को डाक से प्रधानमंत्री कार्यालय और अन्य संस्थानों को 80-90 शिकायतें भेजी गईं। जब राहुल हरितवाल ने इन शिकायतों की सच्चाई जानने के लिए सुनील घनवट से संपर्क किया, तो उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया और पुणे पुलिस में इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई।
जांच में सामने आया कि ये शिकायतें कोरबा के हसदेव उप डाकघर से भेजी गई थीं। दो युवक बाइक से आकर डाकघर में रजिस्टर्ड डाक के जरिए ये पत्र पोस्ट कर गए थे। मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों की पहचान मोहन मिरी और कमल वर्मा के रूप में हुई है। पुलिस ने चार से पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस इसे मंत्री को बदनाम करने की संगठित साजिश मान रही है और मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। साथ ही आरोपियों के पीछे की मंशा और नेटवर्क की भी पड़ताल की जा रही है।