सिद्धू मूस वाला हत्याकांड: पंजाब बीजेपी नेता ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका, मामले को सीबीआई को ट्रांसफर करने की मांग

नई दिल्ली. सिद्धू मूस वाला हत्याकांड को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को स्थानांतरित करने के लिए एक याचिका शनिवार 4 जून को सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई थी। पंजाब से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता जगजीत सिंह मिल्खा ने शीर्ष अदालत ने याचिका दायर की थी। उन्होंने अपनी याचिका में मांग की है कि सिद्धू मूस वाला हत्याकांड को सीबीआई को ट्रांसफर किया जाए।

याचिका सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता सार्थक चतुर्वेदी, नमित सक्सेना और शुभम जायसवाल ने दायर की थी। याचिका में कहा गया है कि पंजाब में डर का माहौल है और शीर्ष अदालत को मामले का संज्ञान लेना चाहिए।

इसके अलावा, याचिका में कहा गया है कि लोगों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है और आम आदमी की सुरक्षा खतरे में है।

अपनी जनहित याचिका में मिल्खा ने सिद्धू मूस वाला की हत्या को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ सवाल उठाए हैं. उन्होंने बताया कि मूस वाला की हत्या से एक दिन पहले, गायक-राजनेता की सुरक्षा हटा दी गई थी और फिर इसे प्रचारित किया गया था।

याचिका में दावा किया गया है कि हत्या के तार एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़े हुए हैं, इसलिए इसकी जांच सीबीआई जैसी केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा की जानी चाहिए।

पंजाब में ड्रग्स और गन कल्चर बहुत आम हो गया है। पंजाब में खालिस्तानी समर्थक बड़े पैमाने पर पैर पसार रहे हैं, इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए.

मूस वाला शूट आउट में मारा गया था

29 मई को, अज्ञात बंदूकधारियों ने मानसा के जवारहरके गांव में मूस वाला पर घात लगाकर हमला किया और जिस वक़्त वह कार से अपने गांव जा रहा था, उस पर गोलियां चला दीं। एएन-94 असॉल्ट राइफल सहित कम से कम तीन हथियारों का इस्तेमाल किया गया और 30 खाली गोलियों के खोल मौके से बरामद किए गए। .

पंजाब सरकार द्वारा गायक-राजनेता की सुरक्षा हटा दिए जाने के कुछ ही दिनों बाद यह हत्या हुई। लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बरार ने मूस वाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है।

पुलिस ने दावा किया कि गायक की हत्या पिछले साल हुई अकाली नेता विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या के प्रतिशोध में हुई थी।

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