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सपनों को मिले पंख, उम्मीदों को मिला सहारा: मुख्यमंत्री जनदर्शन बना संवेदनशील शासन की पहचान

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम ने एक बार फिर साबित किया कि जब शासन संवेदनशील होता है, तो जनता के सपनों और उम्मीदों को नई उड़ान मिलती है। प्रदेशभर से आए नागरिकों ने अपनी समस्याएँ, सुझाव और आकांक्षाएँ मुख्यमंत्री के सामने रखीं। मुख्यमंत्री ने सभी की बातें ध्यानपूर्वक सुनीं और अधिकारियों को मौके पर ही समाधान के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा, “जनदर्शन सरकार की जवाबदेही और संवेदनशीलता का प्रतीक है। हमारा प्रयास है कि कोई भी आवेदक निराश न लौटे।” कार्यक्रम में महिलाएँ, किसान, विद्यार्थी और दिव्यांगजन बड़ी संख्या में पहुँचे। अधिकांश समस्याओं का समाधान उसी दिन किया गया।

रायपुर की 11 वर्षीय पूनम, जो सेरेब्रल पाल्सी से जूझ रही है, जनदर्शन की सबसे भावुक झलक बनी। मुख्यमंत्री ने उसकी शिक्षा की जिम्मेदारी लेते हुए विशेष विद्यालय में दाखिला और छात्रवृत्ति की घोषणा की। वहीं, भिलाई के कलाकार अंकुश देवांगन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सूक्ष्म संगमरमर प्रतिमा मुख्यमंत्री को भेंट की, जिसे मुख्यमंत्री ने “धैर्य और समर्पण की अद्भुत मिसाल” बताया।

रायपुर के दिव्यांग युवक मनीष खुंटे अपनी बैटरी स्कूटी चलाकर पहुँचे। वही स्कूटी जो उन्हें पिछले जनदर्शन में स्वीकृत की गई थी। मुख्यमंत्री ने उनसे आत्मीय संवाद किया और कहा, “यह आत्मनिर्भरता का सुंदर उदाहरण है।”

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अनुसूचित जाति छात्रावास के लिए नए भवन के निर्माण के निर्देश दिए। रायपुर निवासी रमन निर्मलकर को श्रवण यंत्र उपलब्ध कराया गया, जिससे उनकी सुनने की क्षमता लौट आई।

इसी दौरान अभनपुर के दिव्यांग रग्बी खिलाड़ी पिंटू साहू को 90,000 की सहायता स्वीकृत की गई। खिलाड़ियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “छत्तीसगढ़ की प्रतिभा हमारी ताकत है।”

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