हेमंत पटेल@जांजगीर-चांपा. (Shabby school)अब जिला मुख्यालयों में अंग्रेजी माध्यम से उत्कृष्ठ विद्यालय संचालित करने की तैयारी की है.
गरीब बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की तरह शिक्षा प्रदान करने की योजना बनाई है.
शिक्षकों की नियुक्ति के साथ-साथ संपूर्ण सुविधा युक्त भवन तैयार करने के लिए लाखों रुपए प्रदान किए हैं.
लेकिन जांजगीर चांपा जिला में उत्कृष्ठ विद्यालय के नाम अभी भी खंडहर नुमा भवन है.
जिसे पीडब्लूडी द्वारा अब तक सुधारा तक नही गया है ।
वहीं इस अधुरे जर्रर भवन में स्टाफ और छात्र छात्राओं की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है.
संविदा नियुक्ति के लिए 18 हजार आवेदन
जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से शिक्षकों और अन्य स्टाफ के 40 पदों पर प्रतिनियुक्ति और संविदा नियुक्ति के लिए 18 हजार आवेदन आए हैं।
विभाग ने प्रतिनियुक्ति के लिए सूची जारी कर दावा आपत्ति आमंत्रित किए है.
प्रतिनियुक्ति से बचे सीटों पर संविदा भर्ती करने की तैयारी में हैं।
वही कक्षा पहली से लेकर 12 वी तक के 40-40 छात्र छात्राओं के प्रवेश के लिए सूची जारी कर दी है।
जिला शिक्षा अधिकारी केएस तोमर ने बताया कि इस स्कूल में पढाने के लिए प्रतिनियुक्ति को प्राथमिकता दी जाएगी।
प्रतिनियुक्ति से बचे पदों में संविदा भर्ती की जाएगी।
उत्कृष्ठ विद्यालय में गुणवत्तायुक्त और सर्व संसाधन युक्त होने से बच्चों के शैक्षणिक स्तर में सुधार आने की संभावना
(Shabby school) को लेकर अभिभावक शासन के इस योजना को अभिनव पहल बता रहे हैं।
लेकिन जिले के अधिकारियों द्वारा स्कूल भवन की जर्जर दशा को सुधारने के बजाए उसी हालत में बच्चों की प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ करने को बडी लापरवाही बता रहे हैं.
(Shabby school) उन्होंने ऐसे जर्जर स्कूल में कभी भी कोई बडी दुर्घटना होने की आशंका जता रहै है।
शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ
बताया कि उत्कृष्ठ विद्यालय के लिए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ है ।
छात्र छात्राओं का भी प्रवेश जारी कर दिया गया है.
लेकिन स्कूल भवन की स्थिति जर्जर है।
इसे सुधारने के लिए जिला पंचायत द्वारा पीडब्लूडी को एजेंसी नियुक्त कर स्कूल भवन के सुधार के लिए निर्देश दिए
गए हैं।लेकिन अभी तक स्कूल के मरम्मत प्रारंभ नही हुई है ।
उन्होंने कहा कि पीडब्लूडी विभाग के अधिकारी टेंडर निकाल कर ठेका देने की ही बात कहते हैं।
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राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए उत्कृष्ठ विद्यालयों का मॉडल तैयार किया है.
जो प्रदेश के अधिकांश जिलोे में संचालित होंगी.
लेकिन जांजगीर चांपा जिला मुख्यालय में उत्कृष्ठ विद्यालय भवन की दशा देख कर ही राज्य शासन की योजना के प्रति अधिकारी कितने उदासीन है
इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है।
भवन पूरी तरह जर्जर
पालकों का कहना है कि मैं अपने बच्चे के एडमिशन के लिए आज यह आया हुं.
मैं सोचने पर मजबूर हो गया हूं कि मैं इसी स्कूल में जो है एडमिशन लूं या ना लूं.
क्योंकि अभी मैं घूमने के लिए हां आया था और आकर के अंदर में जो भी हालात और इस स्थिति है.
उसको मैं देख रहा हूं तो यहां भवन पूरी तरह से जर्जर है.
वर्तमान स्थिति में बरसात भी है और बरसात की दौर में शासन प्रशासन ध्यान भी नहीं दे रहे हैं.
हो सकता है कभी भी किसी समय भी बिल्डिंग के छत गिर जाए.
किसी भी समय बड़ी घटना हो सकती. क्या इसका जवाब दरी जिला प्रशासन या प्रशासन लेने को तैयार हैं.
पहले इस बिल्डिंग का मरम्मत कार्य पूरा किया जाए.
उसके बाद ही बच्चों को इस जर्जर भवन में एडमिशन दिया जाए यही मैं शासन से मांग करता हूं.