Settlement of Rohingya refugees: रोहिंग्या शरणार्थियों के बसने का मामला. टीएस सिंहदेव के पत्र के बाद कलेक्टर ने गठित की जांच टीम, 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश

शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर। (Settlement of Rohingya refugees) जिले के महामाया पहाड़ में रोहिंग्या शरणार्थियों के आकर बसने का मामला सामने आने व प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा लिखे गए पत्र के बाद कलेक्टर ने इसकी जांच के लिए टीम गठित कर दी है।
दअरसल महामाया पहाड़ पर किए गए अवैध कब्जे की जांच कर रही टीम में कलेक्टर ने सहायक कलेक्टर व सीएसपी को भी शामिल कर लिया है और यहां रहने वालों के दस्तावेजों की जांच करने के साथ ही रिपोर्ट 15 दिनों के भीतर पेश करने के निर्देश दिए है.
(Settlement of Rohingya refugees) कलेक्टर के निर्देश के बाद आज से टीम ने रोहिंग्या शरणार्थियों के संबंध में अभी अपनी जांच शुरू कर दी है. इधर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने सरगुजा कलेक्टर संजीव कुमार झा को पत्र लिखकर इसकी सत्यता की जांच कराने व यदि रोहिंग्या सरगुजा में आकर छिपे है तो उनपर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.
(Settlement of Rohingya refugees) स्वास्थ्य मंत्री के पत्र के बाद कलेक्टर संजीव कुमार झा ने आज इस मामले की जांच के आदेश तो दे दिए है. वर्तमान में महामाया पहाड़ पर कब्जे को लेकर एक टीम सर्वे कर रही है..ऐसे में कलेक्टर संजीव झा ने इस टीम में सरगुजा की सहायक कलेक्टर व सीएसपी को भी शामिल कर दिया है..यह टीम अब महामाया पहाड़ व उसके आस-पास रहने वाले लोगों के दस्तावेजों की जांच करने के साथ ही इस बात की पुष्टि की जाए उनकी राष्ट्रीयता क्या है.
साथ ही कलेक्टर ने पहाड़ पर बसने वालों के दस्तावेजों की जांच के निर्देश दिए है, ताकि रोहिंग्या शरणार्थियों की पहचान की जा सके.
कलेक्टर ने टीम को 15 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दिए है और यह जांच रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्री को प्रेषित की जाएगी..फिलहाल अब देखना यह है कि सरगुजा में रोहिंग्या शरणार्थियों के आकर बसने की पुष्टि हो पाती है या नहीं।