छत्तीसगढ़धमतरी

हंगामे की भेंट चढ़ा सामान्य सभा की बैठक, एडिशनल एसपी, डीएसपी, नायब तहसीलदार समेत पुलिस बल ने पहुंचकर भीड़ को निगम से निकाला बाहर

संदेश गुप्ता@धमतरी। जिले के नगर निगम में करीब सालभर बाद सामान्य सभा की बैठक तो हुई लेकिन हंगामे की भेंट चढ़ गई। बैठक में चर्चा के लिए लॉटरी सिस्टम से 60 सवाल चुने गए थे, लेकिन 3 सवाल के बाद ही हंगामा शुरू हो गया। भाजपा ने महत्वपूर्ण सवालों को समय नहीं देने का आरोप लगाते हुए सभा से वाक आउट कर दिया और निगम दफ्तर के सामने बैठ कर नारेबाजी करने लगे। विपक्ष की इस हरकत के बाद सभापति ने सभी विपक्षी पार्षदों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें 10 मिनट के लिए निलंबित कर दिया।

इसी बीच करीब 100 की संख्या में स्टेशन पारा के लोग निगम में पहुँच गए और सभा हाल में घुसने कि कोशिश करने लगे। ऐसे मौके पर पुलिस बुलाने की नौबत आ गई। स्थिति बिगड़ने की आशंका को देखते हुए एडिशनल एसपी, डीएसपी, नायब तहसीलदार और बड़ी संख्या में पुलिस बल भेजा गया और भीड़ को निगम से बाहर निकाला गया।

ये भीड़ दरअसल रेलवे की जमीन से विस्थापितों की थी। जिन्हें निगम ने अटल आवास देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक निभा नहीं सके। इस मामले में विपक्षी पार्षदों ने सत्ता पक्ष पर बात नहीं सुनने का आरोप लगाया। तो सत्ता पक्ष ने विपक्ष पर चर्चा को जगह हंगामा करने का आरोप लगाया है।

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हंगामे की भेंट चढ़ा सामान्य सभा की बैठक, एडिशनल एसपी, डीएसपी, नायब तहसीलदार समेत पुलिस बल ने पहुंचकर भीड़ को निगम से निकाला बाहर

संदेश गुप्ता@धमतरी। जिले के नगर निगम में करीब सालभर बाद सामान्य सभा की बैठक तो हुई लेकिन हंगामे की भेंट चढ़ गई। बैठक में चर्चा के लिए लॉटरी सिस्टम से 60 सवाल चुने गए थे, लेकिन 3 सवाल के बाद ही हंगामा शुरू हो गया। भाजपा ने महत्वपूर्ण सवालों को समय नहीं देने का आरोप लगाते हुए सभा से वाक आउट कर दिया और निगम दफ्तर के सामने बैठ कर नारेबाजी करने लगे। विपक्ष की इस हरकत के बाद सभापति ने सभी विपक्षी पार्षदों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें 10 मिनट के लिए निलंबित कर दिया।

इसी बीच करीब 100 की संख्या में स्टेशन पारा के लोग निगम में पहुँच गए और सभा हाल में घुसने कि कोशिश करने लगे। ऐसे मौके पर पुलिस बुलाने की नौबत आ गई। स्थिति बिगड़ने की आशंका को देखते हुए एडिशनल एसपी, डीएसपी, नायब तहसीलदार और बड़ी संख्या में पुलिस बल भेजा गया और भीड़ को निगम से बाहर निकाला गया।

ये भीड़ दरअसल रेलवे की जमीन से विस्थापितों की थी। जिन्हें निगम ने अटल आवास देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक निभा नहीं सके। इस मामले में विपक्षी पार्षदों ने सत्ता पक्ष पर बात नहीं सुनने का आरोप लगाया। तो सत्ता पक्ष ने विपक्ष पर चर्चा को जगह हंगामा करने का आरोप लगाया है।

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