एग्जाम के मौसम में कोरोना की आहट! दोगुनी हुई छात्रों की टेंशन

नई दिल्ली। गुरुवार को देश में 358 नए कोरोना केस सामने आए हैं, इससे पहले बुधवार को 21 मई के बाद सबसे ज्यादा 614 कोरोना के नए मामले सामने आए थे. परीक्षा से पहले फिर से बढ़े कोरोना वायरस के मामलों ने छात्रों और उनके अभिभावकों की टेंशन बढ़ा दी है. छात्र अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं. छात्र एक तरफ अपनी परीक्षा को लेकर टेंशन में है तो वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस की आहट ने उनकी टेंशन को दोगुना कर दिया है.
कोरोना ने बढ़ाई स्टूडेंट्स की टेंशन
इन दिनों स्टूडेंट्स अपनी परीक्षाओं की तैयारी में लगे हुए हैं. कई राज्यों में प्रैक्टिकल एग्जाम जनवरी से शुरू होंगे और बोर्ड परीक्षाएं फरवरी से शुरू होने जा रहे हैं. सीबीएसई, सीआईएससीई समेत कई स्टेट बोर्ड्स ने परीक्षाओं की डेटशीट भी जारी कर दी है, लेकिन ऐसे में फिर से सामने आ रहे नए कोविड-19 मामलों ने छात्रों की टेंशन बढ़ा दी है.
राज्यों में टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने वर्चुअल बैठक में सभी स्वास्थ्य मंत्रियों को कोरोनोवायरस पर दिशानिर्देशों के बारे में जानकारी दी और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों के बारे में फीडबैक लिया है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने बुधवार को नई दिल्ली में कहा कि देशभर में अब तक नए कोविड-19 सब-वैरिएंट जेएन.1 के 21 मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है. देश में वैज्ञानिक नए वैरिएंट का एनालिसिस कर रहे हैं. उन्होंने राज्यों को टेस्टिंग बढ़ाने और अपने मॉनिटरिंग सिस्टम को मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया है.
जरूर बरतें ये सावधनियां
बढ़े कोविड-19 केस के चलते लोगों को अभी से सतर्क रहने की जरूरत है. कर्नाटक सरकार ने 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों, अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को बाहर जाने पर फेस मास्क पहनने की अपील की. कोविड के मद्देनजर बंद, खराब हवादार जगहों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से सख्ती से बचने के लिए कहा है.