आरजी कर रेप-मर्डर केस: पीड़िता के पिता का आरोप, निजी अस्पताल ने बदली मेडिकल रिपोर्ट

दिल्ली। कोलकाता के चर्चित आरजी कर रेप-मर्डर केस में पीड़िता के पिता ने गंभीर आरोप लगाया है कि एक निजी अस्पताल ने उनकी पत्नी की मेडिकल रिपोर्ट में बदलाव किया। पिता का कहना है कि 9 अगस्त को ‘नबन्ना अविजन’ के दौरान पुलिस कार्रवाई में पत्नी के सिर पर चोट लगी थी, लेकिन अस्पताल ने डिस्चार्ज रिपोर्ट में इस चोट का कारण दर्ज नहीं किया।

घटना के बाद पीड़िता की मां को इलाज के लिए भर्ती कराया गया था और रविवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। पिता के अनुसार, अस्पताल ने शुरुआत में मरीज के बयान को रिपोर्ट में शामिल नहीं किया। जब उन्होंने और उनके वकील ने आपत्ति जताई, तो अस्पताल प्रशासन ने रिपोर्ट में बदलाव करते हुए पुलिस कार्रवाई में लगी चोट का उल्लेख जोड़ा।

नियमों के मुताबिक, किसी भी घायल मरीज को भर्ती करते समय डॉक्टर को चोट का कारण पूछकर रिपोर्ट में दर्ज करना होता है। पिता का आरोप है कि भर्ती के समय लिया गया बयान छुट्टी के समय दी गई रिपोर्ट में गायब था, जिसे विरोध के बाद संशोधित किया गया।

पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि नबन्ना मार्च के दौरान पुलिस ने उनकी पिटाई की, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने उनकी कलाई में पहनी पवित्र शंख-चूड़ी तोड़ दी, जो विवाहित हिंदू महिलाओं का पारंपरिक प्रतीक है।

इस मामले पर कोलकाता के पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने कहा कि पुलिस सीसीटीवी और वीडियो फुटेज की जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वास्तव में पिटाई हुई थी या नहीं। इस पूरे विवाद ने घटना को नया राजनीतिक और सामाजिक मोड़ दे दिया है।

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