
गुड्डू यादव@मुंगेली। ओवरलोडिंग एवं वोल्टेज से जनता परेशान तो वही ट्रांसफार्मर लगवाने दर दर भटकने को मजबूर ग्रामीण उपभोक्ताओं का कहना है मुंगेली में विद्युत विभाग के लोग आम जनता की सुनते नही जनता शिकायत कर कर के परेशान प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देशों का भी कई परवाह नही इन दिनों ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में लो ओवरलोडिंग एवं वोल्टेज और ट्रांसफार्मर जल जाने की शिकायत ज्यादा मिल रही हैंआम बिजली उपभोगताओ का कहना है कि ओवरलोडिंग के चक्कर में हो रहे लोग ओल्ड एज एवं ट्रांसफार्मर खराब बिजली विभाग द्वारा इस तरह की समस्याओं का समय पर निराकरण नही करने के कारण कई दिनों तक अंधेरों के साए में रहने को मजबूर रहते हैं लेकिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को झांकने की फुर्सत तक नही रहती।ताजा मामला मुंगेली के छतौना गांव में देखने को मिला है जहाँ करीब सप्ताह भर से ट्रांसफ़र जल जाने के कारण लोगो को अंधेरे मे रात गुजारनी तो पड़ ही रही है पीने और निस्तारी के लिए पानी के लिए सबसे ज्यादा दिक्कत होने लगी है।
छत्तीसगढ़ के जनहित हितैसी भूपेश सरकार के दावों पर पलीता लगा रहा विभाग
वैसे तो प्रदेश में भूपेश सरकार के द्वारा बिजली बिल हॉफ योजना चलाई जा रही है।सरकार राज्य में सरप्लस बिजली सुविधा दे रही है किंतु मुंगेली जिले में बिजली विभाग के द्वारा सरकार के दावों के विपरीत लोगो को बिजली संकट से जूझना पड़ रहा है सबसे ज्यादा दिक्कत ग्रामीण अंचलो में हो रही है जहाँ यदि एक भी ट्रांसफ़र जल गया तो उसे बदलने में सप्ताह भर लग जाता है वो भी अगर ग्रामीण कलेक्ट्रेट परिसर पहुँचकर फरियाद न लगाएं और किसी जनप्रतिनिधि के पास न जाये तो विभाग की ढुलमुल रवैय्या इस कदर है कि मानो महीनो में भी ट्रांसफार्मर न लगे ।आम लोग बिजली विभाग के दफ्तर और वहाँ के अधिकारियों से मिलना और फोन लगाना भी छोड़ दिये है एक तो अपनी समस्या अधिकारियों तक पहुँचाने की जद्दोजहद में यदि ग्रामीणों का संपर्क विभाग के जिम्मेदार अधिकारी से हो भी गया तो सिवाय आश्वसन के कुछ होने वाला नही है ।
प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश को ठेंगा
लोगो का कहना है कि बिजली विभाग में आम लोगो की सुनवाई तो हो नही रही है यदि सुन भी लिए तो काम होने वाला नही है यही वजह है कि तमाम बिजली से सम्बंधित समस्या एवं शिकायतो को लेकर ग्रामीण विद्युत विभाग में जाकर सीधे कलेक्ट्रेट पहुँचते है लेकिन यहाँ प्रशासनिक अधिकारियों के दिशा निर्देश का भी कोई असर विभाग के अधिकारियों को नही पड़ता यही वजह है कि प्रशासनिक अधिकारियों के बोलने के बावजूद विभाग के अधिकारियों द्वारा ठेंगा दिखाते हुए काम को गंभीरता से नही लिया जाता यही वजह है कि एक ही समस्या के लिए लोगो को बार बार कलेक्ट्रेट जाना पड़ता है
जिले के कलेक्टर को लेना चाहिए संज्ञान
तो वही बिजली विभाग के कार्यशैली को लेकर आमजनता में नाराज देखी जा सकती है लेकर जिस तरह से शिकायत है ये काफी गंभीर मसला है सरकार की भी पहली जिम्मेदारी है क्योकि बुनियादी सुविधा सरकार के लिए भी पहली प्राथमिकता है लोगो का कहना है कि जिले के कलेक्टर को बिजली विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों की मनमानी रवैय्या को नियंत्रित करने के लिए जिले के कलेक्टर साहब को कुछ ठोस कदम उठाना चाहिए की आम उपभोक्ताओं के इस तरह छोटी मोटी समस्याओं को विभाग से ही निराकरण क्या जा सके इसके लिए भी सख्त होने की जरूरत है।क्योंकि बिजली को लेकर अधिकतर जगहों से इसी तरह की शिकायत मिल रही है ओवरलोडिंग लो वोल्टेज ट्रांसफार्मर खराब