Chhattisgarh

सुशासन तिहार में श्रमिकों को राहत, भारती देवांगन को मिला तत्काल श्रमिक कार्ड

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल “सुशासन तिहार” के अंतर्गत शासन की लोकहितकारी योजनाएं आमजन तक तेजी से पहुंच रही हैं। इसी क्रम में राजनांदगांव नगर निगम क्षेत्र के शीतला माता वार्ड निवासी भारती देवांगन को मात्र एक दिन के भीतर श्रमिक कार्ड बनाकर प्रदान किया गया, जिससे उन्हें बड़ी राहत मिली।

भारती देवांगनने श्रमिक कार्ड के लिए श्रम पदाधिकारी कार्यालय, राजनांदगांव में आवेदन प्रस्तुत किया था। छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के तहत उनका पंजीयन तत्काल किया गया और उन्हें श्रमिक कार्ड सौंपा गया। उन्होंने सरकार की इस त्वरित और संवेदनशील पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे अब वे श्रमिकों के लिए संचालित अन्य योजनाओं का लाभ ले सकेंगी।

रद्द पंजीयन हुए पुनर्जीवित

सुशासन तिहार के अंतर्गत शुन्नी बाई और टीकम सिंह सेवता ने असंगठित श्रमिक पंजीयन को रद्द किए जाने की समस्या के समाधान हेतु आवेदन दिया था। डुप्लीकेसी के कारण उनका पंजीयन निरस्त हो गया था। श्रम विभाग ने आधार कार्ड मंगाकर तकनीकी दिक्कतों को दूर किया और दोनों के पंजीयन को पुनः सक्रिय किया। इस समाधान से संतुष्ट होकर उन्होंने शासन-प्रशासन को धन्यवाद दिया।

छात्रवृत्ति के लिए भी हुआ आवेदन स्वीकार

इसी दौरान संगीता साहू ने श्रमिक कार्ड के तहत अपने बच्चे के लिए छात्रवृत्ति हेतु आवेदन किया। श्रम विभाग द्वारा आवेदन की जांच कर हितग्राही को शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए आवश्यक प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। नियमानुसार आवेदन करने पर छात्रवृत्ति योजना का लाभ उन्हें मिलेगा।

बैगा आदिवासी को मिली ट्राइसिकल

इसी क्रम में बिलासपुर जिले के कोटा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत करका निवासी दिव्यांग बैगा आदिवासी श्री मंगल सिंह बैगा को मात्र 24 घंटे के भीतर ट्राइसिकल प्रदान की गई। साथ ही, अब वे दिव्यांग पेंशन के लिए भी पात्र हो चुके हैं। मंगल सिंह बैगा ने 10 अप्रैल को ट्राइसिकल और दिव्यांग पेंशन के लिए आवेदन किया था। 11 अप्रैल को समाज कल्याण विभाग द्वारा उन्हें ट्राइसिकल उपलब्ध होने की सूचना दे दी गई और 15 अप्रैल को उन्होंने ट्राइसिकल प्राप्त कर ली।

पहले उनके पास विकलांगता प्रमाण पत्र नहीं था, जिससे पेंशन मिलने में अड़चन थी, लेकिन विभाग द्वारा प्रमाण पत्र बनवाकर उन्हें पेंशन सूची में भी शामिल कर लिया गया है। जल्द ही उन्हें पेंशन का लाभ भी मिलने लगेगा। इस त्वरित और संवेदनशील कार्रवाई से प्रसन्न होकर मंगल बैगा ने मुख्यमंत्री साय को धन्यवाद देते हुए कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरी समस्या इतनी जल्दी सुलझ जाएगी। अब मुझे आने-जाने के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। यह मेरे लिए एक नई शुरुआत है।”

सरकार की तत्परता बनी मिसाल

सुशासन तिहार छत्तीसगढ़ में पारदर्शी और जवाबदेह शासन व्यवस्था को मजबूती देने की दिशा में मील का पत्थर बन रहा है। समस्याओं के त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निराकरण से न केवल लोगों को राहत मिल रही है, बल्कि शासन पर विश्वास भी बढ़ रहा है।

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