
रायपुर। प्रदेश में नक्सलवाद की समस्या का तेजी से निराकरण हो रहा है। 6 महीने के आंकड़े 5 सालों की तुलना में छोटे हैं। यदि देखा जाए तो 1 दिसंबर 2023 से 20 जुलाई 2024 तक मुठभेड़ में 145 नक्सली मारे गए हैं। वहीं आत्मसमर्पित नक्सलियों की भी संख्या बढ़ी है। 2024 के आंकड़े पर गौर करें तो 523 नक्सलियों ने 7 महीने के भीतर आत्मसमर्पण किया। इसकी जानकारी डिप्टी सीएम और प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने प्रेसवार्ता की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस तरह से नक्सलवाद की समस्या का तेजी से निराकरण हो रहा है. इसे जनता तक पहुंचाया जाए..उन्होंने इसके लिए आग्रह भी किया.. उन्होंने आगे बताया कि…पहले पहले एफआईआर नहीं हुआ करता था.. लेकिन बीजेपी की सरकार बनते ही 6 महीने के आंकड़े हमारे पास है। इस दौरान उन्होंने बिलासपुर के कांग्रेसी नेता का भी जिक्र किया…हमने अपराध दर्ज कराया और गिरफ्तारी भी करवाई। बिलासपुर के अकबर खान का मामला, जिसके खिलाफ 2022 में शिकायती आवेदन किया गया था, इसके बाद भी अपराध दर्ज नहीं किया गया..लेकिन बीजेपी की सरकार आते ही शिकायत दर्ज की गई.. जिसे लेकर गृह मंत्री विजय शर्मा ने मीडिया के सामने वीडियो भी प्रस्तुत किया। पहले कोई भी मामले में एफआईआर दर्ज नहीं होती थी, अब जाकर हो रही है। पुलिस को आदेश दिया गया कि आंकड़े बाजी के चक्कर में नहीं रहना है। हत्या के मामले, बलवा, लूट बलात्कार, एफआईआर में कमी दर्ज की गई है।
आबकारी नियम के अन्तर्गत मामले दर्ज हो रहे है। अगर पिछले समय में किसी के खिलाफ केस दर्ज नहीं हुआ है, तो अब मामले दर्ज होंगे..
एक नजर आकंड़ों पर
मृत नक्सली
2019 :- 80
2020 :- 41
2021 :- 46
2022 :- 30
2023 :- 22(1 जनवरी 2023 से 30 नवंबर 2023 तक)
2024 :- 145 (1 दिसंबर 2023 से 20 जुलाई 2024 तक)
आत्मा समर्पित
2019 :- 315
2020 :- 344
2021 :- 554
2022 :- 417
2023 :- 414(1 जनवरी 2023 से 30 नवंबर 2023 तक)
2024 :- 526(1 दिसंबर 2023 से 20 जुलाई 2024 तक)
गिरफ्तार
2019 :- 506
2020 :- 440
2021 :- 499
2022 :- 294
2023 :- 415 (1 जनवरी 2023 से 30 नवंबर 2023 तक)
2024 :- 633(1 दिसंबर 2023 से 20 जुलाई 2024 तक)
मुठभेड़
2019 :- 122
2020 :- 114
2021 :- 81
2022 :- 70
2023 :- 72 (1 जनवरी 2023 से 30 नवंबर 2023 तक)
2024 :- 97 (1 दिसंबर 2023 से 20 जुलाई 2024 तक)