Rajnandgaon: जिसने दिलाई जिले को एडवेंचर के क्षेत्र में नई पहचान, आज सरकार से मदद की गुहार लगाता पर्वतारोही
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अवधेश यादव@राजनांदगांव। (Rajnandgaon) गरीब परिवार में जन्मे रोहित झा फिलहाल फाउंडेशन द्वारा नैनीताल एवं शिमला जैसी जगह में राष्ट्रीय स्तर के एडवेंचर कैंप में बच्चों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ को एडवेंचर के क्षेत्र में और आगे बढ़ाने राज्य स्तरीय एडवेंचर खेल का आयोजन भी किए जाने की बात कही है। अपने इस काम को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें सरकारी मदद की दरकार है।
(Rajnandgaon) पर्वतारोही रोहित एक वर्ष पहले एशिया की सबसे ऊंची चोटी ट्रैकिंग पर तिरंगा लहरा कर जिले को एडवेंचर के क्षेत्र में नई पहचान दिलाई थी। ग्राम सोमनी के रहने वाले रोहित इस उपलब्धि के साथ जिले के पहले पर्वतारोही बने। जिन्होंने लेह लद्दाख स्थित स्टॉक कांगड़ी चोटी फतह कर तिरंगा फहराया है। इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन के पर्वतारोही रोहित झा एशिया की सबसे ऊंची ट्रैकिंग चोटी टांग कांगड़ी जिस की समुद्र तल से ऊंचाई 20190 फिट है। वह नैनीताल की सबसे ऊंची चोटी नैना चोटी एवं हिमाचल प्रदेश की हाटू चोटी भी फतेह कर चुके हैं।
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(Rajnandgaon) रोहित 10 अक्टूबर को हिमाचल जा रहे हैं। वहां भी वह अपना जौहर दिखाएंगे और चोटी पर फतह कर तिरंगा लहराएंगे। लेकिन इनकी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण इन्हें अब मदद की दरकार है और उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। मदद की गुहार लगाने के बाद कुछ सामाजिक संस्था तो सामने हैं। लेकिन उसके बाद भी पैसों की कमी एक बार फिर रोहित के आड़े आ रही है। वही रोहित शहर के शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के बीजेएमसी के छात्र भी हैं।