Rajnandgaon: शिक्षक के घर खिला बह्म कमल का फूल, देखने के लिए लगा लोगों का तांता
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ललित सिंह ठाकुर@ राजनादगांव। (Rajnandgaon) शहर के लाल बाग हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी क्षेत्र निवासी संतोष तिवारी के घर ब्रह्म कमल खिला। जिसे देखने देर रात तक लोग पहुंचते रहे।
शहर के लाल बाग हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी क्षेत्र में निवासरत संतोष तिवारी के घर रविवार की देर रात दुर्लभ ब्रह्म कमल खिला। (Rajnandgaon) ब्रह्म कमल के खीलने से परिवार में काफी हर्ष का माहौल रहा, वहीं ब्रह्म कमल खिलने की जानकारी मिलने पर आस-पडौ़स सहित उनके परिचित लोग भी देर रात तक उनके निवास स्थान पहुंचने लगे। इस दुर्लभ ब्रह्म कमल को लेकर संतोष तिवारी ने कहा कि लगभग 3 वर्ष पूर्व गृह प्रवेश के दौरान उनकी बहन ने उन्हें ब्रह्म कमल का पौधा दिया था, आज 3 वर्ष बाद पहली बार इसमें फूल खिला है, जिसे देखकर काफी प्रसन्नता हो रही है।
ब्रह्म कमल औषधि गुणों से भी भरपूर होता है, यह लगभग वर्ष में एक बार सूर्यास्त के बाद खिलता है और सुबह होते तक मुरझा भी जाता है। ब्रह्म कमल को लेकर डॉ पुष्पा सिंह ने कहा कि धार्मिक मान्यताओं में ब्रह्म कमल का अहम स्थान है , इसे भगवान ब्रह्मा का कमल कहा जाता है, वही यह ठंडे प्रदेशों में होता है।
उत्तराखंड के ऊंचे पहाड़ों पर खिलने वाले फूल ब्रह्मकमल को राजनांदगांव शहर में देखना सुखद अनुभूति दे रहा था। यही वजह थी कि जिसने भी यहां ब्रह्म कमल का फूल खिलने की बात सुनी वे इसे देखने संतोष तिवारी के घर पहुंचने लगे। आम तौर पर वर्ष में सिर्फ एक रात खिलने वाला यह रहस्यमयी फूल ब्रह्म कमल ज्यादातर जुलाई से अगस्त के महीने के बीच ही खिलता है। इसे कमल के फूल की एक खास किस्म है भी माना जाता है, जो भारत में हिमाचल, हिमालय और उत्तराखंड में पाया जाता है। इसके अलावा यह बर्मा और चीन के कुछ पहाड़ी इलाकों में भी दिखाई देता है। आमतौर पर ये फूल काफी दुर्गम स्थानों पर होता है और कम से कम 4500 मीटर की ऊंचाई पर ही दिखता है। आम घरों में इसके खिलने की वजह से यहां और दुर्लभ नजर आता है।