Rajnandgaon: असुरक्षित है डॉक्टर!…. अब अस्पताल के बाहर जूनियर डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन, सहयोग नहीं मिलने का लगाया आरोप

राजनांदगांव। (Rajnandgaon) बीते 10 मार्च की रात बसंतपुर स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किए गए शहर के गोलबाजार निवासी एक बुजुर्ग की मौत हो गई। इस दौरान इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया और ड्यूटी पर मौजूद एक जूनियर डॉक्टर के साथ मारपीट करते हुए अस्पताल में तोड़फोड़ भी कर दिया था।
जिससे सभी जूनियर डॉक्टरों में आक्रोश की स्थिति निर्मित हो गई है। इस मामले की रिपोर्ट बसंतपुर थाने में भी दर्ज कराई गई है। वहीं पुलिस अधीक्षक से भी मामले की शिकायत की गई है। अस्पताल में काम के दौरान असुरक्षा की भावना महसूस कर रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने काली पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
जूनियर डॉक्टरों ने आज मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने काली पट्टी लगाकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आए दिन डॉक्टरों के साथ इस तरह की घटनाएं होती रहती है, (Rajnandgaon) उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में जो पुलिस चौकी है वहां की प्रभारी का सहयोग नहीं मिलता है मारपीट जैसी स्थिति में सब कुछ खत्म हो जाने के बाद पुलिस पहुंचती है। (Rajnandgaon) उन्होंने अस्पताल चौकी प्रभारी को स्थानांतरित करने की मांग भी की है।
रात के समय महिला डॉक्टर नहीं सुरक्षित
मेडिकल कॉलेज अस्पताल राजनांदगांव में कार्यरत जूनियर डॉक्टरों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करते हुए कहा कि महिला डॉक्टरों के साथ भी इसी तरह का व्यवहार किया जाता है, जिससे आपातकालीन स्थिति में रात के वक्त ड्यूटी करना महिला डॉक्टरों के लिए भी सुरक्षित नहीं है।
जूनियर डॉक्टरों ने जताई आपत्ति
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने आए दिन किए जा रहे डॉक्टरों के साथ इस तरह के व्यवहार के प्रति कड़ी आपत्ति जताई है और अपनी सुरक्षा की मांग की है। अपने प्रदर्शन के दौरान डॉक्टरों ने कहा कि कानून में प्रावधान होने के बाद भी उन्हें पूरी सुरक्षा नहीं मिल रही है और दोषियों पर कार्रवाई भी नहीं हो रही है। जूनियर डॉक्टरों ने इस मामले में सख्त कार्रवाई नहीं होने पर आगे और उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।