हिमाचल-उत्तराखंड में बारिश का कहर, मुंबई में यातायात प्रभावित

दिल्ली। देश के कई राज्यों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में तीन दिनों से जारी बरसात ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। सतलुज नदी के उफान से शिमला का करसोग विधानसभा क्षेत्र संपर्क मार्ग से कट गया है। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन समेत तीन नेशनल हाईवे और 353 सड़कें बंद हो चुकी हैं।
हिमाचल के बिलासपुर में अचानक आई बाढ़ से जलती चिता डूब गई, जबकि नैना देवी में एक इमारत ढह गई। मंडी और कुल्लू में लैंडस्लाइड व बादल फटने से कई गांव प्रभावित हुए हैं। उत्तराखंड में गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे बह जाने से बंद हो गए हैं। ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और घाट डूब चुके हैं।
हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 1.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर दिल्ली में बढ़ गया है। पुराने रेलवे पुल पर 204.80 मीटर जलस्तर दर्ज किया गया। प्रशासन ने यमुना किनारे बसे इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। यूपी के 20 जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जबकि मध्य प्रदेश के 14 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है।
मुंबई और महाराष्ट्र के कई जिलों में भी भारी बारिश जारी है। सोमवार सुबह से ही ट्रैफिक जाम और रेल सेवाओं पर असर पड़ा है। चेंबूर में लैंडस्लाइड से तीन घर ढह गए। मौसम विभाग ने मुंबई, पालघर, रायगढ़ और गोवा के तटीय इलाकों में अचानक बाढ़ की आशंका जताई है। देशभर में मानसून का कहर जारी है। कहीं सड़कें टूटी हैं, कहीं गांव डूबे हुए हैं, तो कहीं मंदिर-घाट जलमग्न हो चुके हैं। प्रशासन अलर्ट पर है और बचाव कार्य लगातार जारी है।