बिहार और उत्तराखंड में बारिश-बाढ़ का कहर, लाखों प्रभावित, केदारनाथ यात्रा रोकी गई

दिल्ली। बिहार में बाढ़ का संकट गहराता जा रहा है। राज्य के 12 जिले पूरी तरह प्रभावित हैं और 17 लाख से अधिक लोग इसकी चपेट में हैं। सबसे ज्यादा असर भागलपुर में देखा जा रहा है, जहां 75 पंचायतों के 4.16 लाख से ज्यादा लोग पीड़ित हैं। गंगा, कोसी, बागमती और बूढ़ी गंडक समेत 10 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कई जगह बांध टूटने से पानी गांवों में घुस गया है और सैकड़ों स्कूल-आंगनबाड़ी केंद्र बंद हैं।
उत्तराखंड में भी भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। देहरादून में सोमवार को तेज बहाव में कई गाय बहती नजर आईं। शहर में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। मालदेवता क्षेत्र में नदी किनारे के मकानों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग ने 12 से 14 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसी वजह से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केदारनाथ धाम यात्रा 14 अगस्त तक रोक दी गई है।
उत्तर प्रदेश में भी लगातार बारिश जारी है। लखनऊ में विधानसभा परिसर और सीएम आवास के पास सड़कों पर दो फीट तक पानी भर गया। वहीं दिल्ली में सुबह से तेज बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हुआ और उड़ानों में देरी हुई। मौसम विभाग ने उत्तराखंड, असम समेत छह जिलों में रेड अलर्ट, हिमाचल और बिहार में ऑरेंज अलर्ट और यूपी-एमपी के 16 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। देश के कई राज्यों में नदियां उफान पर हैं और भूस्खलन की घटनाएं भी बढ़ रही हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है।