
नितिन@रायगढ़। शहर सरकार के द्वारा जहां एक ओर अधिक से अधिक शहरवासियों तक पीने का साफ पानी पहुंचाने का प्रयास अमृत मिशन योजना के माध्यम से किया जा रहा है। दूसरी ओर अमृत मिशन का काम कर रहे ठेकेदारों की मनमानियां चरम पर है।
पूरी अमृत मिशन योजना शहरवासियों के लिए बना परेशानी का सबब
दूसरे शब्दों में कहें तो ठेकदारों की लापरवाही के कारण से पूरी अमृत मिशन योजना ही शहरवासियों के परेशानियों की नई वजह बन गई है। अमृत मिशन के अंतर्गत जिन क्षेत्रों में पाइप लाइन बिछाने का काम किया गया है उनमें से अधिकांश स्थानों पर या तो खोदे गए गड्ढों की ठीक से भराई नही की गई है या वाल्व खुले छोड़ दिए गए हैं। जिनसे पानी रिसने की समस्या बनी हुई है। यहां पानी के नियमित रिसाव से दो अन्य बड़ी समस्यायें पैदा हो गई है जिनमे पहला तो जरूरत वाली जगहों पर पानी उचित मात्रा में नही पहुंच पा रहा है दूसरा जो वाल्व सड़क के किनारे खोद कर लगाएं गए है उनकी भराई नही किए जाने के कारण यहां आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है।
एक सप्ताह के भीतर आधे अधूरे छोड़े गए कार्यों को पूरा करने के निर्देश
इन समस्याओं के मद्देनजर निगम महापौर ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया हैं,कि अमृत मिशन शासन की महत्वपूर्ण योजना है इस काम में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों को सूचीबद्ध करके उन्हें आगामी एक सप्ताह के भीतर आधे अधूरे छोड़े गए कार्यों को पूरा करने की अंतिम और सख्त निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि शहर में अमृत मिशन का कार्य करने वाले अधिकांश ठेकदारों ने पाइप लाइन बिछाने के दौरान कई महत्वपूर्ण सड़कों को खोद कर पाइप लाइन तो डाला है परंतु खोदे गए गड्ढों की पटाई नही की है।