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J-K: खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे थे राहुल भट्ट, तबादले की लगा रहे थे गुहार: बडगाम में आतंकियों ने दफ़्तर में घुसकर मारी थी गोली

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में गुरुवार दोपहर आतंकवादियों द्वारा मारे गए कश्मीरी पंडित राहुल भट की पत्नी ने कहा कि उनके पति चदूरा में काम करते हुए “असुरक्षित” महसूस करते थे।

मीनाक्षी भट ने कहा कि उनके पति राहुल ने स्थानीय प्रशासन से उन्हें जिला मुख्यालय में स्थानांतरित करने का अनुरोध किया था। लेकिन बार-बार मिन्नत करने के बावजूद उनका तबादला नहीं किया गया।

बडगाम में राजस्व विभाग के एक कर्मचारी राहुल भट गुरुवार को आतंकवादियों की गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें श्रीनगर के एक अस्पताल में ले जाया गया जहां कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। हमले की जिम्मेदारी आतंकी समूह ‘कश्मीर टाइगर्स’ ने ली है।

राहुल भट की पत्नी ने कहा कि उन्हें संदेह है कि “उनके कार्यालय के भीतर कुछ लोगों ने आतंकवादियों के साथ साजिश रची गई हैं।

गृहमंत्री और प्रधानमंत्री वे कश्मीर आएं और बिना सुरक्षा के घूमें

पीएम नरेंद्र मोदी और एचएम अमित शाह कश्मीरी पंडितों को बलि का बकरा बना रहे हैं। मैं उन्हें चुनौती देती हूं कि वे कश्मीर आएं और बिना सुरक्षा के घूमें। कश्मीरी पंडितों को सताया जा रहा है। राष्ट्र चुप हैं। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह कश्मीरी पंडितों के प्रति पूरी तरह से उदासीन हैं।

एलजी प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

इस बीच, कश्मीर घाटी में रहने वाले सरकारी कर्मचारियों और कश्मीरी पंडितों के परिवारों ने राहुल भट की हत्या को लेकर एलजी प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

उपराज्यपाल ने जताया शोक

हमले पर, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, “मैं बडगाम में आतंकवादियों द्वारा राहुल भट की बर्बर हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। इस घिनौने आतंकी हमले के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। जम्मू-कश्मीर सरकार इसमें शोक संतप्त परिवार के साथ एकजुटता से खड़ी है। दुख की घड़ी।”

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