समय से पहले आया मानसून बना राहत के साथ आफत, उत्तर भारत में भारी बारिश का अलर्ट

दिल्ली। देश में इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून समय से पहले पहुंच गया है, जिससे किसानों को राहत जरूर मिली है, लेकिन कई राज्यों में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की आफत भी साथ लाई है। हिमाचल, उत्तराखंड, झारखंड, राजस्थान और ओडिशा में हालात गंभीर होते जा रहे हैं।
हिमाचल में भूस्खलन और ब्यास नदी उफान पर
हिमाचल प्रदेश में मानसून की शुरुआत के साथ ही कुल्लू, सोलन और मंडी में भूस्खलन और ब्यास नदी के जलस्तर में तेज़ी से बढ़ोतरी देखी गई है। लारजी और पंडोह डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे लोगों को नदी-नालों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। मनाली में ब्यास नदी ने रास्ता बदलना शुरू कर दिया है, जिससे आसपास के घर खतरे में आ गए हैं।
झारखंड, यूपी और ओडिशा में भारी बारिश का असर
झारखंड के जमशेदपुर और रामगढ़, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, और ओडिशा के मयूरभंज में भारी बारिश ने जीवन को प्रभावित कर दिया है। नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई निचले इलाके डूब गए हैं। रजरप्पा मंदिर के पास एक युवक की भैरवी नदी में बहने से मौत हो गई।
उत्तराखंड में रेड अलर्ट, चारधाम यात्रा रोकी गई
उत्तराखंड में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। चारधाम यात्रा को 24 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया है। उत्तरकाशी में बादल फटने से भूस्खलन हुआ, जिसमें 9 मजदूर दब गए। अभी 7 की तलाश जारी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में उत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने, नदियों से दूर रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।