पोटाकेबिन घोटाला: एसडीएम जांच के बाद अधिकारी निलंबित, 42 लाख से अधिक का फर्जी भुगतान उजागर

बीजापुर। समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत संचालित पोटाकेबिनों में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। जिले के दो अनुभाग – बीजापुर और भोपालपट्टनम के 11 पोटाकेबिनों में फर्जी भुगतान का खुलासा हुआ है।
एसडीएम की जांच में 42 लाख 78 हजार 475 रुपये की शासकीय राशि के दुरुपयोग के प्रमाण मिले हैं। इस पर कलेक्टर के निर्देश पर एक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है, साथ ही दो कर्मचारियों के खिलाफ थाना स्तर पर एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं।
जांच में पाया गया कि समग्र शिक्षा के सहायक जिला परियोजना अधिकारी पुरषोत्तम चन्द्राकर की भूमिका संदिग्ध रही। उन्होंने तीन फर्मों को बिना बिल सत्यापन के 42 लाख से अधिक की राशि का भुगतान कर दिया। सप्लाई किस प्रकार की हुई, इस बारे में कोई जानकारी या दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया। फर्मों को सीधा भुगतान कर दिया गया, जबकि न तो सप्लाई की जांच हुई और न ही कार्य की पुष्टि।
संयुक्त संचालक ने किया निलंबित
इस गंभीर वित्तीय अनियमितता को देखते हुए बस्तर शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक ने 8 जुलाई 2025 को पत्र जारी कर पुरषोत्तम चन्द्राकर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 के तहत कार्रवाई की गई है। यह मामला जिला प्रशासन की सतर्कता और सख्त रुख को दर्शाता है। फिलहाल पुलिस और प्रशासन मामले की विस्तृत जांच में जुटे हैं।