छत्तीसगढ़

पत्र पर सियासत,बृहस्पत सिंह के पत्र पर स्वास्थ्य मंत्री का बयान, बोले-बंदूक और मारने की भाषा हमें नहीं आती…. इस बात को वही समझें, नेता प्रतिपक्ष ने कहा- छात्रों को विवश और लाचारी के दिशा में धकेलने का काम भी छत्तीसगढ़ सरकार ने ही किया

रायपुर। छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज से कांग्रेस विधायक और सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बृहस्पत सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एक पत्र लिखा है….इस पत्र में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों पर कई गंभीर आरोप लगाया है….अफसरों की मनमानी और लालफीता शाही के कारण युवाओं को स्वास्थ्य शिक्षा से वंचित होने की बात कही गई है |

कांग्रेस विधायक वृहस्पत सिंह के आरोप पर .स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जवाब दिया है…. टीएस सिंहदेव ने कहा कि बंदूक और मारने की भाषा हमें नहीं आती…. इस बात को वही समझें। …. .स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि नर्सिंग स्टाफ की गुणवत्ता के लिए व्यवस्था बनाई गई है, हमें प्रदेश की जनता की जान की फिक्र है उनकी कीमत पर नियमों को शिथिल नहीं कर सकते…..स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कई जगह ऐसी ट्रेनिंग मिली की स्टाफ को इंजेक्शन देना नहीं आता, हमने खुद इंस्पेक्शन में यह देखा हुआ है, इससे लोगों की जान गई तो जिम्मेदार कौन होगा…लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं गुणवत्तापूर्ण मिले हमारा यही प्रयास..

बृहस्पत सिंह के पत्र पर सियासत हुई तेज होती नज़र आ रही है….पत्र पर पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा…. छात्रों को विवश और लाचारी के दिशा में धकेलने का काम छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है….कांग्रेस की सरकार नर्सिंग छात्रों को कलम की जगह बंदूक थमाने की तैयारी में है….कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक के द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है कि नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश नहीं हो रहा है….मुख्यमंत्री नरुआ गरूआ घुरुआ बारी से उबर नहीं रहे हैं….शिक्षा व्यवस्था चौपट हो रही है, सीटें खाली है….अफसर अलग-अलग प्रक्रिया और कानून की बात कर रहे हैं आखिर छात्रों का भविष्य क्या होगा

रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह ने सीएम भूपेश बघेल के नाम पत्र लिखकर प्रदेश में जारी नर्सिंग प्रवेश की खोली पोल

गौरतलब है की बीते दिन रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह ने सीएम भूपेश बघेल के नाम पत्र लिखकर प्रदेश में जारी नर्सिंग प्रवेश की पोल खोल दिया है। कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश के शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग में भर्राशाही चल रही है। इस कारण 2700 नर्सिंग सीटों पर प्रवेश नहीं हो पा रहे। इसके लिए उन्होंने विभागीय अफसरशाही को जिम्मेदार ठहराया है।

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