रायपुर। छत्तीसगढ़ में पीएम सूर्य घर योजना के तहत घरों में सोलर प्लांट लगाने की रुचि तेजी से बढ़ रही है। भारी बिजली बिल से राहत पाने के लिए अब तक 58,500 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। इनमें से लगभग 6,500 घरों में पैनल लग चुके हैं और 17,000 आवेदन प्रक्रिया में हैं।
सोलर पैनल लगाने से घर की छत खराब होने का डर लोगों को था। इसे दूर करने के लिए अब पैनल सात से आठ फीट की ऊंचाई पर लगाए जा रहे हैं। लोहे के एंगल से स्ट्रक्चर तैयार कर टॉप पर पैनल लगाए जा रहे हैं, जिससे नीचे का हिस्सा अन्य कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इस तरह छत का अधिकतम उपयोग संभव हो गया है।
एक सामान्य परिवार को 3 से 5 किलोवाट के सोलर पैनल लगाने होंगे। इसमें लगभग चार से पांच सौ वर्गफीट छत का उपयोग होता है, जबकि सामान्य छत 700 से 1000 वर्गफीट की होती है। अब ऊंचाई पर पैनल लगाने से छत के नीचे के हिस्से का उपयोग भी किया जा सकेगा।
सब्सिडी मिलने के बाद आवेदनों में वृद्धि हुई है। पहले औसतन माह में 1,607 आवेदन और 337 पैनल लग रहे थे, अब यह बढ़कर 3,906 आवेदन और 744 पैनल प्रति माह हो गए हैं। केंद्र सरकार एक किलोवाट पर 30 हजार, दो किलोवाट पर 60 हजार और तीन किलोवाट पर 78 हजार सब्सिडी देती रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य स्तर पर अतिरिक्त सब्सिडी की घोषणा की, जिससे कुल सब्सिडी एक किलोवाट पर 45 हजार, दो किलोवाट पर 90 हजार और तीन किलोवाट पर 1.08 लाख रुपए हो गई है।
सोलर पैनल लगाने की प्रक्रिया तेज करने के लिए बैंक अधिकारियों को लोन आवेदन जल्द निपटाने का निर्देश दिया गया है। केंद्र और राज्य की सब्सिडी भी सीधे उपभोक्ताओं के खाते में भेजी जा रही है। एमडी पावर वितरण कंपनी, भीम सिंह कंवर ने बताया कि योजना की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और इस प्रकार आम लोगों को बिजली बिल में राहत दी जा रही है।