पीएम ने 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का किया उद्धाटन, बोले भाषा सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता
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मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली में 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मराठी भाषा अमृत से भी मीठी है और वे लगातार इसे बोलने और नए शब्द सीखने की कोशिश करते रहते हैं।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के कारण ही उन्हें मराठी भाषा और संस्कृति से जुड़ने का अवसर मिला। उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन केवल एक भाषा या राज्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है।
कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और NCP सांसद शरद पवार भी मौजूद थे। सम्मेलन का आयोजन छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 साल पूरे होने के मौके पर किया गया। कार्यक्रम के दौरान शरद पवार लंबा भाषण देने के बाद थक गए और पीएम मोदी ने उन्हें सहारा दिया। जब वे बैठने आए, तो पीएम मोदी ने शरद पवार को कुर्सी पर बिठाया और उन्हें पानी पिलाया। इस सीन को लेकर सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की तारीफ हो रही है।
पीएम मोदी की बड़ी बातें:
- कुछ महीने पहले मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिला।
- दुनिया में 12 करोड़ से ज्यादा लोग मराठी बोलते हैं।
- पीएम मोदी ने कहा कि RSS ने उन्हें और लाखों अन्य लोगों को राष्ट्र के लिए जीने की प्रेरणा दी।
- RSS की शताब्दी के मौके पर पीएम मोदी ने बताया कि संघ ने देश की संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का काम किया है।