दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को भारत और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (EFTA) देशों के बीच हुए ऐतिहासिक ट्रेड एंड इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (TEPA) के लागू होने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि भारत आज आत्मविश्वास और मजबूती के साथ विकसित देशों के साथ व्यापारिक समझौते कर रहा है।
1 अक्टूबर से प्रभावी हुआ यह समझौता भारत और EFTA देशों– स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड और लिकटेंस्टीन– के बीच आर्थिक रिश्तों में एक बड़ा मील का पत्थर है। संयुक्त रूप से इन देशों और भारत की GDP करीब 5.4 ट्रिलियन डॉलर है, जिससे व्यापार और निवेश के लिए बड़ा अवसर बनेगा।
गोयल ने कहा कि यह समझौता भारतीय निर्यातकों, उद्योगों और सेवा क्षेत्र को वैश्विक बाजारों तक पहुंच दिलाएगा और देश में लाखों रोजगार सृजित करेगा। उन्होंने बताया कि यह भारत का चार यूरोपीय देशों के समूह के साथ पहला मुक्त व्यापार समझौता है। इससे पहले भारत ऑस्ट्रेलिया और UAE के साथ भी ऐसे समझौते कर चुका है। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ (EU) के 27 देशों के साथ भी बातचीत तेजी से चल रही है। यदि यह सफल होती है, तो भारत पूरे यूरोप को अपने व्यापारिक समझौतों के दायरे में ला सकेगा।
गोयल ने यह भी बताया कि स्विट्जरलैंड और ब्रिटेन जैसे देश बौद्धिक संपदा (IP) कानूनों पर बेहद सख्त रहे हैं, लेकिन TEPA में मजबूत IP अध्याय शामिल कर विश्वास बनाया गया है। उन्होंने कहा, “आज भारत अतीत में नहीं, बल्कि भविष्य की तैयारी में जी रहा है।” समझौते के तहत अगले 15 वर्षों में 100 बिलियन डॉलर का निवेश आकर्षित करने और 10 लाख प्रत्यक्ष रोजगार सृजित करने का लक्ष्य रखा गया है।