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अब इस बात को लेकर सुर्खियों में सूरजपुर का स्वास्थ्य विभाग… जानिए क्या है पूरा मामला

अंकित सोनी@सूरजपुर. लगातार विवादों में रहने वाला सूरजपुर का स्वास्थ विभाग एक बार फिर सुर्खियों में है,,,वहीं पुलिस विभाग के मानवता की सभी ओर तारीफ हो रही है,,

दरअसल यह पूरा मामला सूरजपुर जिले के प्रतापपुर इलाके का है,, जहां चलगली गांव की एक महिला अलका मिंज प्रतापपुर स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने के लिए आई थी,, लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों के द्वारा उसे अस्पताल से बाहर प्राइवेट मेडिकल स्टोर से दवाई लाने के लिए कहा गया, महिला की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने की वजह से वह इलाज कराए बगैर ही अस्पताल से वापस घर जा रही थी,,

तभी अचानक प्रतापपुर के ही एक चौक पर बीमार महिला बेहोश होकर गिर गई,, स्थानीय लोगों के द्वारा इसकी जानकारी प्रतापपुर थाने में दी गई,,जिसके बाद थाना प्रभारी अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंची और बीमार महिला को अपनी सरकारी वाहन में अस्पताल लेकर गई,,

महिला को दी जाने वाली दवाई काफी महंगी

अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि महिला को दी जाने वाली दवाई काफी महंगी है जो कि अस्पताल में उपलब्ध नहीं है,,, ऐसे में थाना प्रभारी नीलिमा टोप्पो ने मानवता का परिचय देते हुए डॉक्टरों को पीड़ित महिला का इलाज करने का निर्देश दिया और उसके इलाज में आने वाले सभी खर्च का वहन स्वयं करने की बात कही,,

थाना प्रभारी के निर्देश के बाद डॉक्टरों ने बीमार महिला का इलाज किया शुरु

थाना प्रभारी के निर्देश के बाद डॉक्टरों ने बीमार महिला का इलाज शुरू किया और अब महिला का स्वास्थ्य ठीक बताया जा रहा है,, लेकिन इस पूरे मामले के बाद जहां एक और स्थानीय लोगों में थाना प्रभारी की मानवता की चर्चा है तो वहीं स्वास्थ्य विभाग को लेकर लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है,, वहीं इस घटना के बाद पुलिस के आला अधिकारी भी थाना प्रभारी नीलिमा टोप्पो की तारीफ कर रहे हैं,,

इसी हॉस्पिटल ने दो दिन पहले डेढ़ हजार रुपए की मांग

हम आपको बता दें प्रतापपुर स्वास्थ्य केंद्र वही अस्पताल है जिस अस्पताल के डॉक्टर पर पिछले 2 दिन पहले पोस्टमार्टम के लिए डेढ़ हजार रुपए मांगने का आरोप लगा था,, जिसकी जांच स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कराई जा रही है,,

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