पहलगाम हमला इफेक्ट: 6 दिन में 786 लोगों को भारत से पाकिस्तान भेजा गया, इसमें 9 राजनयिक-अधिकारी भी शामिल

दिल्ली।पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया था। इसके तहत 24 अप्रैल से 29 अप्रैल की शाम 5 बजे तक 786 पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा बॉर्डर से पाकिस्तान लौट चुके हैं।
सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 14 कैटेगरी के वीजा रद्द करते हुए 25 अप्रैल को नोटिस जारी किया था। इसमें सिर्फ डिप्लोमैट्स, लॉन्ग टर्म और ऑफिशियल वीजा होल्डर्स को छूट दी गई थी। जो लोग तय समय में भारत नहीं छोड़ेंगे, उनके खिलाफ केस दर्ज कर जेल या जुर्माने की कार्रवाई होगी। 29 अप्रैल को मेडिकल वीजा की समयसीमा भी खत्म हो गई।
28 अप्रैल तक 1,000 से ज्यादा भारतीय भी पाकिस्तान से भारत लौट चुके हैं। वहीं, 29 अप्रैल की शाम 5 बजे के बाद आए पाकिस्तानी नागरिकों को भारत में एंट्री नहीं मिली। केंद्र सरकार ने 14 वीजा श्रेणियां रद्द की हैं, जिनमें मेडिकल, विज़िटर, बिजनेस, जर्नलिस्ट, स्टूडेंट, ट्रांजिट, फिल्म, पिलग्रिम और SAARC वीजा शामिल हैं।
इस बीच राजस्थान के बाड़मेर में एक पाकिस्तानी हिंदू परिवार ने गुहार लगाई कि उन्हें वापस पाकिस्तान न भेजा जाए। परिवार ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान में सबकुछ बेचकर भारत आने का फैसला किया है। गुजरात में 6500 से ज्यादा लोगों को बांग्लादेशी होने के शक में हिरासत में लिया गया है, वहीं छत्तीसगढ़ में एक पाकिस्तानी भाई-बहन को फर्जी वोटर ID रखने के आरोप में पकड़ा गया है।सरकार का कहना है कि यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।