छठ पूजा के आखिरी दिन उगते सूरज को अर्घ्य, दिल्ली में 1300 घाटों पर पूजा, विदेशों में भी दिखी आस्था

दिल्ली। चार दिनों तक चले आस्था के महापर्व छठ पूजा का मंगलवार को समापन हुआ। आज व्रतियों ने उगते सूर्य को ‘ऊषा अर्घ्य’ देकर 36 घंटे का निर्जला उपवास पूरा किया। सुबह 6:27 बजे तक अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त था। बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और महाराष्ट्र सहित पूरे देश में घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही।
दिल्ली में करीब 1300 घाटों पर छठ पूजा का आयोजन हुआ, जिनमें 17 प्रमुख घाट यमुना नदी के किनारे बनाए गए थे। मुंबई और ठाणे में 83 स्थानों पर सामूहिक छठ पूजा हुई। ठंड के बावजूद महिलाएं जल में खड़ी होकर सूर्य को अर्घ्य देती नजर आईं। यूपी के वाराणसी, प्रयागराज और नोएडा के घाटों पर लाखों श्रद्धालु एकत्र हुए।
विदेशों में भी भारतीय समुदाय ने परंपरा निभाई। ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, फिजी, सूरीनाम, मॉरिशस, त्रिनिनाद-टोबेगो जैसे देशों में भी छठ पूजा का आयोजन किया गया। फिनलैंड, आयरलैंड और घाना से भी तस्वीरें सामने आईं जहां भारतीयों ने सूर्य को अर्घ्य दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों को छठ की बधाई दी और कहा कि “छठ पर्व की भव्य परंपरा के दिव्य दर्शन हुए।” वहीं, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने पटना में परिवार संग पूजा की और कहा कि “छठी मइया का आशीर्वाद पूरे देश पर बना रहे।”
चार दिनों तक चले इस पर्व में नहाय-खाय, खरना, संध्या अर्घ्य और ऊषा अर्घ्य की रस्में होती हैं। यह पर्व सामाजिक समानता और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक माना जाता है, जिसमें अमीर-गरीब सभी एक साथ सूर्य को प्रणाम करते हैं।





