Chhattisgarh

अबूझ नहीं रहेगा अबूझमाड़, छत्तीसगढ़ में पर्यटन का भविष्य उज्जवल: सीएम साय

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बुधवार 16 अप्रैल को रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में घोषणा की कि बस्तर और अबूझमाड़ जैसे क्षेत्र अब नक्सलवाद की छाया से मुक्त होकर विकास और पर्यटन की नई कहानी लिखेंगे।

उन्होंने कहा, “अबूझमाड़ अब अबूझ नहीं रहेगा। नक्सलवाद का खात्मा बस्तर में पर्यटन के नए द्वार खोलेगा।” यह बात उन्होंने छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष नीलू शर्मा और छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी के अध्यक्ष शशांक शर्मा के पदभार ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दोनों नवनियुक्त अध्यक्षों का राजकीय गमछा, पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह भेंटकर अभिनंदन किया।

बस्तर से सरगुजा तक पर्यटन की विशाल संभावना

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बस्तर से लेकर सरगुजा तक अद्वितीय जैव विविधता, संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहरें हैं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार की कार्ययोजना से छत्तीसगढ़ में विकास और सुरक्षा दोनों मोर्चों पर सकारात्मक बदलाव हो रहे हैं। पर्यटन के विस्तार से रोजगार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

छत्तीसगढ़ बन सकता है भारत का सबसे बड़ा पर्यटन स्थल: रमन सिंह

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा, “छत्तीसगढ़ के जंगल बेहद मोहक हैं। यहां की जैव विविधता और ऐतिहासिक धरोहरें देश की बेजोड़ संपदा हैं।” उन्होंने कहा कि नक्सलवाद की समाप्ति के साथ ही छत्तीसगढ़ जल्द ही भारत का सबसे बड़ा टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन सकता है।

पर्यटन को मिला उद्योग का दर्जा

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है, जिससे इस क्षेत्र में निवेश और विकास को बल मिलेगा। उन्होंने नवनियुक्त अध्यक्षों को ऊर्जावान युवा नेतृत्व बताते हुए कहा कि इनके मार्गदर्शन में राज्य का साहित्य और पर्यटन नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।

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