हाईकोर्ट जज के कैश मामले में नया मोड़, फायर डिपार्टमेंट बोला नहीं मिला कैश

दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के घर आग और कैश मिलने के मामले में शुक्रवार को नया मोड़ आया। दिल्ली फायर ब्रिगेड के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि जब फायर ब्रिगेड की टीम ने आग बुझाई, तो उन्हें जज के घर में कोई नकदी नहीं मिली।
14 मार्च की रात को लुटियंस दिल्ली में जज के बंगले पर आग लगी थी, जिसे बुझाने में 15 मिनट लगे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन टीम को कोई कैश नहीं मिला। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने भी बयान जारी कर कहा कि जज के घर से कैश मिलने की खबरें गलत और अफवाहें हैं। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि जज के ट्रांसफर और कैश मिलने की खबरों का कोई संबंध नहीं है।
20 मार्च को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जस्टिस वर्मा का इलाहाबाद हाईकोर्ट ट्रांसफर कर दिया था। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने जस्टिस वर्मा के ट्रांसफर का विरोध किया है और सवाल उठाया है कि क्या न्यायपालिका का सम्मान घट रहा है। राज्यसभा में भी इस मामले पर चर्चा की गई, जहां कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने ज्यूडिशियल अकाउंटेबिलिटी पर सवाल उठाए। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सिस्टम में पारदर्शिता और जवाबदेही जरूरी है। इस मामले की आगे की जांच जारी है और कॉलेजियम रिपोर्ट के आधार पर अगला कदम उठाएगा।