बस्तर में विकास की नई सुबह: ‘नियद नेल्ला नार’ योजना बनी सुशासन का प्रतीक

रायपरु। छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल में वर्षों बाद विकास की नई बयार बह रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की दूरदर्शी पहल ‘नियद नेल्ला नार – आपका आदर्श ग्राम योजना’ ने उन गाँवों में बदलाव की नींव रखी है, जो अब तक विकास से कोसों दूर थे। इस योजना के अंतर्गत सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा और कांकेर के 327 गाँवों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।

54 नए सुरक्षा शिविरों के 10 किमी दायरे के इन गाँवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार और आधारभूत सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। अब तक 31 प्राथमिक विद्यालयों में से 13 में पढ़ाई शुरू हो गई है, 107 आंगनबाड़ी केंद्र प्रारंभ हो चुके हैं, और 16 उप-स्वास्थ्य केंद्र चालू हैं। मोबाइल टावर, हाई मास्ट लाइट्स, पुल व सड़कों का निर्माण भी तेजी से हो रहा है।

आधार, आयुष्मान, किसान निधि, शौचालय, आवास और गैस योजनाओं के ज़रिए हज़ारों लोग सरकारी सेवाओं से जुड़ चुके हैं। लोगों में शासन के प्रति भरोसा बढ़ा है और अब वे स्वयं योजनाओं की निगरानी में भागीदार बन रहे हैं। मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में यह योजना बस्तर के पुनर्जागरण की कहानी बन गई है, जहाँ कभी बंदूकें थीं, अब किताबें हैं, और जहाँ अंधेरा था, वहाँ रोशनी है।

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