मूंगझर सचिव ने सरपंच और सरपंच पति के खिलाफ खोला मोर्चा,6 बिंदुओं पर आरोप लगाकर जाँच के लिए जिला पंचायत सीईओ को सौंपा ज्ञापन
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रवि तिवारी@देवभोग. मूंगझर पंचायत में पदस्थ सचिव महेंद्र ठाकुर ने पंचायत की सरपंच श्रीमती संजू कश्यप और उनके पति नीलाम्बर कश्यप के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सचिव ने 6 बिंदुओं पर आरोप लगाकर जाँच के लिए जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपा है.. वहीं सचिव के आवेदन के आधार पर जिला सीईओ ने जाँच के लिए जनपद सीईओ को निर्देशित किया है..
सचिव महेंद्र ठाकुर ने आवेदन में जिक्र किया है कि सरपंच पति नीलाम्बर कश्यप जो कि प्राथमिक शाला करचिया में शासकीय कर्मचारी शिक्षक के पद पर रहते हुए ग्राम पंचायत मूंगझर के शासकीय कार्य में बाधा एवं राशि आहरण वितरण को अनैतिक रूप से दवाब डालकर वित्तीय अनियमितता किया जा रहा है..
सचिव ने पहले बिंदु पर आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत की मासिक बैठक को अपने निज निवास गृह में रखे जाने के लिए दवाब बनाया जाता है..दूसरे बिंदु पर सचिव ने आरोप लगाया है कि शासन की महत्वाकांक्षी योजना गौधन न्याय योजना के तहत गोबर क्रय वर्मी कम्पोस्ट खाद्य तैयार करने एवं रख-रखाव में बाधा उत्पन्न करना, इसी के साथ ही चरवाह कक्ष और भंडार गृह कार्य को अपूर्ण रखे जाने की बात आवेदन में कही गई है..
राशि का हेराफेरी कर नहीं किया भुगतान-: तीसरे बिंदु पर सचिव ने जिक्र किया है कि मनरेगा योजना अंतर्गत विभीषण कश्यप के खेत के सामने चेकडेम निर्माण में मेरे व्यक्तिगत जिम्मेदारी से शासन के निर्देशानुसार निर्माण कार्य को समय पर पूरा करने के लिए जायसवाल ट्रेडर्स देवभोग से गिट्टी, सीमेंट, रेत की सामग्री राशि तीन लाख 35 हजार 466 रूपये सामग्री उधारी में मेरे द्वारा लाया गया..एवं निर्माण कार्य को पूरा किया गया..तत्पश्चात राशि भुगतान के लिए जायसवाल ट्रेडर्स देवभोग की बिल मेरे द्वारा हस्ताक्षर कर बिल एंट्री के लिए जनपद पंचायत कार्यालय को प्रस्तुत किया गया..इस दौरान कूटरचित तरीके से जायसवाल ट्रेडर्स के बिल को हटाकर खुशबू ट्रेडर्स निष्टिगुड़ा के बिल से सम्पूर्ण राशि का भुगतान मनरेगा कार्यालय से एफटीओ के माध्यम से करवा दिया गया..राशि आज तक जायसवाल ट्रेडर्स को नहीं मिल पाया है..सम्बन्धित द्वारा राशि भुगतान के लिए मुझे बार-बार बोला जा रहा है.. जिससे मैं पीड़ित हूँ..
50 प्रतिशत कमीशन माँगा.. नहीं दिया तो नहीं किया हस्ताक्षर-: सचिव महेंद्र ठाकुर ने चौथे बिंदु पर जिक्र किया है कि शासन के महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन मनरेगा अभिसरण से स्वीकृत निर्माण कार्य को तरल अपशिस्ट प्रबंधक के तहत कचरा शेड के निर्माण कार्य को शासन के निर्देशानुसार समय पर पूरा करने के लिए मेरे व्यक्तिगत जिम्मेदारी से नवदुर्गा ट्रेडर्स देवभोग एवं जायसवाल ट्रेडर्स देवभोग से उधारी में सामग्री लेकर उसे पूरा किया हूँ..परन्तु राशि भुगतान के लिए संबंधित व्यापारी का बिल पेश करने पर सरपंच द्वारा 50 प्रतिशत कमीशन मांग किया.. और बिल में हस्ताक्षर नहीं किया..
सीसी सड़क की राशि के गबन का आरोप-: आवेदन के पांचवें बिंदु पर सचिव ने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत मूंगझर में सोनामुंदी से केंन्दुपाटी मार्ग सीसी सड़क निर्माण एवं मुख्य मार्ग से गौठान पहुँच मार्ग सीसी सड़क निर्माण की अग्रिम राशि को एक वर्ष से पूर्व राशि आहरण कर गबन किया गया है..सचिव ने आवेदन में जिक्र किया है कि दोनों सीसी सड़क निर्माण को बालाजी एजेंसी देवभोग से सामग्री उधारी से प्राप्त कर निर्माण कार्य को पूर्ण किया गया है..परन्तु संबंधित एजेंसी को भुगतान ना कर राशि का गबन किया गया है..
मानसिक प्रताड़ना से नहीं कर पा रहा हूँ काम-: सचिव महेंद्र ठाकुर ने आवेदन के 6वें बिंदु पर जिक्र किया है कि सरपंच संजू कश्यप एवं सरपंच पति नीलाम्बर कश्यप द्वारा स्वयं के निजी उपयोग के लिए 15वें वित्त आयोग की राशि आहरण किये जाने के लिए कहा जा रहा है..सचिव ने आरोप लगाया कि नहीं देने पर पूर्व सचिव के भांति मारने-पीटने की धमकी दिया जा रहा है… जिसके चलते मानसिक प्रताड़ना से पदीय कर्तव्य का सही तरीके से निर्वहन नहीं कर पा रहा हूँ…
सरपंच ने कहा झूठ बोल रहा सचिव-: सचिव के आरोपों पर सरपंच संजू कश्यप ने कहा कि सचिव झूठ बोल रहा है.. वह मुझ पर और मेरे पति पर झूठा आरोप लगा रहा है.. सरपंच ने कहा कि मैं खुद चाहती हूँ कि मेरे गॉव का विकास हो.. ऐसे में किसी काम के एवज में कमीशन माँगने का तो सवाल ही नहीं उठता…सीसी सड़क की राशि के गबन का आरोप लगा रहा है… वह भी झूठ है.. हमने सीसी सड़क को पूरा कर दिया है.. तो गबन किस बात का.. जहाँ तक मासिक बैठक घर में करवाने के लिए दवाब डालने की बात कह रहा है.. यह भी झूठ है.. ज़ब बैठक के लिए पंचायत बना है.. तो बैठक घर में क्यों करेंगे.. मेरे पति को भी बदनाम कर रहा है.. वह शासकीय सेवक है.. क्यों पंचायत के काम में बाधा उत्पन्न करेंगे.. मुझे गॉव वालों ने चुना है.. मैं काम करने के लिए सक्षम हूँ.. जो भी निर्णय लुंगी… अपने विवेक से लुंगी..पूर्व सचिव से किसी ने मारपीट नहीं किया है.. और ना ही हम वर्तमान सचिव पर गलत तरीके से पंचायत की राशि के आहरण के लिए दवाब बनाते है.. सरपंच ने कहा कि मैंने भी सचिव के खिलाफ जाँच के लिए आवेदन किया है.. जाँच होने दीजिये, फिर दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा.. वहीं सचिव महेंद्र ठाकुर ने कहा कि मैंने 6 बिंदु पर जाँच के लिए जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपा है..
मामले में सीईओ मनहर लाल मंडावी ने कहा कि सरपंच और सचिव ने एक दूसरे के खिलाफ आवेदन किया है.. दोनों पक्षों के द्वारा दिए गए आवेदन पर जाँच के लिए कमेटी बना दी गई है..