
नितिन@रायगढ़ . आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अमृत महोत्सव के अवसर पर जिला कृषि विभाग के द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र बोईरदादर में आज एक किसान मेला सह प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमे जिले भर से आए किसानों ने भाग लिया और अपने अपने कृषि उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई।
इस मौके पर जिले भर से आए कृषक उत्पादक समूह के सदस्यों ने अपना अपना स्टाल लगाकर जवाफूल,दुबराज चांवल के अलावा घेरलू और डेयरी और पशु उत्पादों नमूने सहित लाल झुनगा, बड़ी सेमी और कुछ लाभकारी वनोपजों की प्रदर्शनी लगाई। वही कृषि विभाग और कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा जिले के किसानों को रसायनिक खेती की जगह आधुनिक तरीकों से जैविक खेती करने के लिए प्रेरित किया। जबकि किसानों के द्वारा जैविक खेती से तैयार की गई फसल जिसमे अनाज,हरी सब्जियों को मुख्य रूप से प्रदर्शित किया गया।
किसान मेला का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि एवम सांसद गोमती साय ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जी का यह संकल्प है कि भारत देश को उन्नत बनाने के लिए किसानों की आय दोगुनी करनी जरूरी है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर कई लाभकारी किसान योजनाएं लागू की गई है।
किसान भाइयों को चाहिए कि वे रासायनिक खेती के दुष्परिणामो को भली भांति समझ चुके है अतः सभी कृषक जैविक खेती को ज्यादा से ज्यादा अपनाएं। ताकि लुप्त हो चुके परंपरा गत फसलों के बीज जिन्हे देश के कृषि वैज्ञानिको ने परिष्कृत किया है उसका उपयोग कर अपनी आमदनी को दोगुनी करें।
किसान मेले में उपस्थित कृषि विभाग के अधिकारियों ने भी कृषकों को जैविक खाद बनाने की विधि विस्तार से बतायी। साथ ही कृषकों को जैविक खेती अपनाने के साथ-साथ पशुपालन, मछलीपालन एवं उद्यानिकी फसलों को अपनाने का आग्रह किया। उनका कहना था कि इन सभी फसलों को अपनाकर कृषक दोगुनी आय अर्जित कर सकता है। इसके लिए शासन अनेक कल्याणकारी योजनाएं चालू की है, किसान इससे जुडकर इसका फायदा लें।
मेले में कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी,कृषि वैज्ञानिक सहित बड़ी संख्या में जिले से आए कृषकगण उपस्थित रहे।