रायपुर। संसद का मानसून सत्र 2025 इस बार भी चर्चा में रहा। बीच सत्र में उपराष्ट्रपति का इस्तीफा, बिहार SIR पर हंगामा और ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की बहस ने राजनीतिक गलियारों में तहलका मचा दिया।
21 जुलाई: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया चौंकाने वाला इस्तीफा
21 जुलाई की रात अचानक उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया। 74 साल के धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था, लेकिन बीच में ही विदाई ने संसद में हलचल पैदा कर दी। पहली बार किसी उपराष्ट्रपति ने बीच सत्र में इस्तीफा दिया।
22 जुलाई: बिहार SIR पर विपक्ष ने किया हंगामा
मानसून सत्र के दूसरे दिन, 22 जुलाई को विपक्ष ने बिहार SIR मामले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा किया। सुबह से लेकर शाम तक सदन में शोरगुल और नारेबाजी का माहौल रहा। विपक्षी सांसदों का विरोध इतना जोरदार था कि पूरे दिन की कार्यवाही प्रभावित हो गई।
29 जुलाई: ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की बहस
29 जुलाई को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस शुरू हुई और 16 घंटे तक चलती रही। पीएम मोदी और राहुल गांधी ने हिस्सा लिया। राहुल गांधी ने 36 मिनट की स्पीच में चैलेंज दिया, जबकि पीएम मोदी ने 1 घंटे 40 मिनट में स्पष्ट किया कि भारत की सुरक्षा कार्रवाई पर किसी देश ने रोक नहीं लगाई।
शीतकालीन सत्र की झलक
पिछला शीतकालीन सत्र 25 नवंबर 2024 से 20 दिसंबर 2024 तक चला। लोकसभा की प्रोडक्टिविटी 57.87% और राज्यसभा 41% रही। सत्र में कुल चार बिल पेश हुए, लेकिन कोई पास नहीं हो सका। सबसे चर्चित था 129वां संविधान (संशोधन) बिल, एक देश-एक चुनाव के लिए। इस सत्र ने दिखा दिया कि संसद में सिर्फ बहस ही नहीं, हंगामा और ड्रामा भी चलता रहता है।
