मितानिनों ने किया चक्काजाम: नियमितिकरण-वेतन वृद्धि को लेकर आंदोलन तेज

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ में मितानिन बहनों ने नियमितिकरण और वेतन वृद्धि की मांग को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है। रायपुर में होने वाले प्रदेशव्यापी हड़ताल में शामिल होने के लिए रवाना हुई गरियाबंद की मितानिनों को बुधवार को पुलिस प्रशासन ने बीच रास्ते में रोक दिया।
पहली बार उन्हें नेशनल हाईवे-130 पर तिरंगा चौक के पास रोका गया। इस पर नाराज होकर मितानिन बहनों ने सड़क पर बैठकर चक्काजाम कर दिया। काफी हंगामे के बाद प्रशासन ने उन्हें रायपुर जाने की अनुमति दी। लेकिन कुछ ही देर बाद 20 किलोमीटर आगे पोड़ के पास पुलिस ने फिर से उनका रास्ता रोक दिया। इस बार भी बड़ी संख्या में मितानिन बहनें हाईवे पर बैठ गईं और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया।
मितानिनों का कहना है कि वे अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने रायपुर जा रही थीं। इनमें नियमितिकरण, मानदेय में वृद्धि, सामाजिक सुरक्षा और कार्य की स्थायित्व की गारंटी शामिल है। आंदोलनकारियों का आरोप है कि प्रशासन बार-बार रोककर उनकी आवाज को दबाने की कोशिश कर रहा है।
स्थिति बिगड़ने से रोकने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। हालांकि, मितानिन बहनों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें मुख्यमंत्री तक नहीं पहुंचेंगी, वे पीछे नहीं हटेंगी।
मितानिनें प्रदेश की ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ मानी जाती हैं। वे गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य सेवाएं देती हैं। लंबे समय से वे स्थायी नौकरी और बेहतर वेतनमान की मांग कर रही हैं। अब आंदोलन उग्र होता जा रहा है और रायपुर में प्रस्तावित हड़ताल को लेकर प्रशासन अलर्ट पर है।