नाबालिग दोस्त निकले हत्यारे, समीर हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझाई, जानिए हत्या की वजह

अनिल गुप्ता@दुर्ग। अंडा थाना क्षेत्र के रुद्रा गांव में अपहरण कर बालक की नृशंस हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है 12 वर्षीय समीर साहू की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके दोस्तों ने मिलकर कर की थी। पुलिस ने दोनों नाबालिगों के विरुद्ध हत्या का अपराध दर्ज कर बाल न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक़ दुर्ग पुलिस को 24 अक्टूबर की शाम को सूचना मिली थी, कि रुदा गांव के नर्सरी के पास प्लास्टिक के बंद बोरे में अज्ञात शव पड़ा हुआ है। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची जहां शव की शिनाख्त रुदा गांव के रहने वाले समीर साहू के रूप में हुई। जिसके बाद पुलिस लगातार 15 दिनो से गांव में कैंप लगाकर अलग अलग बिंदुओं में जांच कर रही थी। इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि गांव के दंपती के साथ को देखा गया है। उसके बाड़ी में सीताफल तोड़ने को लेकर आए दिन विवाद होता था । पुलिस ने जब दंपती से पुछताछ की तो कहानी कुछ और ही निकला इस मामले में दंपती का नाम बताने वाले उसका नाबालिग दोस्त ही हत्याकांड का मुख्य आरोपी निकला।

पुलिस को नाबालिग ने बताया कि मृतक समीर साहू कबड्डी खेलने के दौरान अच्छा रेड करता था। जिससे उसके बाकी दोस्त चिढ़ते थे और मृतक दो विधि विरुद्ध संघर्षरत बालको के साथ गाली गलौज व वाद विवाद होता था। दोनो नाबालिगों ने पुलिस को पूछताछ में झूठी कहानी गढ़कर दूसरो को फंसाने के लिए और गुमराह करने के लिए मृतक के पड़ोसी दंपती पर आरोप लगाया। जिसके बाद पड़ोसी से पूछताछ में 2 नाबालिगों ने हत्याकांड को अंजाम देना स्वीकार किया है।

दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि मृतक समीर का शव को ठिकाना लगाने गांव के किराना स्टोर से प्लास्टिक की बोरा सिलने वाला रस्सी, सूजा और बोरे का इंतेजाम किया और 21 अक्टूबर की शाम को कबड्डी खेलने के बाद दोनो नाबालिग बालको ने मृतक को गांव के नर्सरी के तरफ ले जाकर मुंह और नाक दबाकर सर के पीछे पत्थर से वार कर हत्या कर दी। जिसके बाद मृतक का हाथ,पैर रस्सी से बांधकर प्लास्टिक बोरे में भरकर नर्सरी के पास फेंककर अपने घर आ गए थे। पूरी विवेचना के बाद पुलिस ने दोनो आरोपियों को ग्रिफ्तार कर बाल न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।

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