मौलाना का फरमान न मानने पर एक माता-पिता की उम्मीद पर पानी फिर गया. ढोल नगाड़ों के साथ आई बारात को बिना निकाह पढ़े ही दुलहन को अपने साथ लेकर जाना पड़ा. लड़की के परिजनों के मौलवी पर मनमानी करने का आरोप लगाया है. वहीं, मस्जिद के इमाम का कहना है कि लड़का और लड़की पक्ष के लोगों ने हम लोगों को धोखा दिया है.मामला अमेठी जिले के जनपद के जगदीशपुर के हारीमऊ गांव का है.
जानकारी के मुताबिक यहां की रहने वाली शबाना की शादी सिंदुरवा के रहने वाले लड़के के साथ तय हुई थी. गुरुवार को लड़के पक्ष ने डीजे के धुन पर नाचते हुए बारात लेकर लड़की के घर पहुंचे. मगर, मस्जिद के मौलाना ने लड़की और लड़के का निकाह पढ़ाने से मना कर दिया. इसके बाद बिना निकाह पढ़े ही लड़की अपने ससुराल को विदा हो गई. वहीं, लड़की के परिजनों के मौलवी पर मनमानी करने का आरोप लगाया है. दरअसल, जनपद में बीते दो सप्ताह पहले जनपद के सभी मस्जिद के मौलाना ने शादी में डीजे और बफर व्यवस्था को लेकर नाराजगी जाहिर की थी. इसके बाद लोगों ने फैसला लिया गया था कि अगर किसी भी शादी में डीजे आएगा तो उस शादी में कोई भी मौलवी निकाह नही पढ़ेगा और उसके ऊपर जुर्माना लगाया जाएगा.
बिना खाना खाए सारे बाराती लौटे
लड़की के पिता मो शरीफ ने बताया कि हाफिज मौलाना लोगों ने हमारे साथ धोखा किया है. उनके पास हम गए थे कि निकाह पढ़ना है. मगर, उनलोगों ने कहा कि अगर शादी में डीजे बाजा आएगा तो हमलोग निकाह नहीं पढ़ाएंगे और जुर्माना के तौर पर पैसा मांग रहे थे. इसके चलते ही मेरी लड़की बिना निकाह पढ़े ही ससुराल चली गई और बिना खाना खाए सारे बाराती लौट गए.
मस्जिद के इमाम ने कही ये बात
मस्जिद के इमाम अब्दुल बासिद ने बताया कि 15 दिन पहले मेरे पास लड़का और लड़की पक्ष के लोग आए थे. मैंने उन लोगों को बताया था कि अगर शादी में डीजे और बफर हुआ, तो हम लोग शादी में शामिल नहीं होंगे. गुरुवार को शादी में बारात डीजे लेकर पहुंचे और शरीयत का मजाक बनाया. इसके बाद हम लोग वहां से चले गए और लड़की बिना निकाह के चली गई और दोनों पक्षों ने हम लोगों को धोखा दिया है.