मणिपुर हिंसा के दो साल पूरे, राज्य में हाई अलर्ट; मेइती और कुकी संगठनों ने बंद बुलाया

इम्फाल। मणिपुर में जातीय हिंसा को आज दो साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर राज्य में फिर तनाव बढ़ गया है। मेइती संगठन COCOMI और कुकी संगठनों KSO और ZSF ने शनिवार को बंद का ऐलान किया है। कुकी समुदाय आज के दिन को “डे ऑफ आइसोलेशन” के रूप में मना रहा है।
इम्फाल, चुराचांदपुर और कंगपोकपी जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 10 हजार और जवानों की तैनाती की गई है। 2 मई को सुरक्षा बलों ने 20 किलोमीटर का फ्लैग मार्च किया, जिससे लोगों में विश्वास कायम हो सके। इसमें CRPF और मणिपुर पुलिस दोनों शामिल रहीं।
मणिपुर हिंसा मई 2023 में शुरू हुई थी, जिसमें अब तक 300 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और करीब 50 हजार लोग बेघर हुए हैं। राज्य दो भागों में बंट गया है – एक तरफ मेइती समुदाय, दूसरी ओर कुकी। कुकी इलाकों में 30 हजार से ज्यादा सुरक्षाबल तैनात हैं।
9 फरवरी को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस्तीफा दिया था। इसके बाद 13 फरवरी से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू है, लेकिन विधानसभा अभी भी निलंबित स्थिति में है। लोग नई सरकार की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मांग की है कि प्रधानमंत्री मोदी को मणिपुर जाना चाहिए और लोगों की बात सुननी चाहिए। राज्य में स्कूल, अस्पताल और बाजार धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं, लेकिन शांति अभी भी दूर है।