दिल्ली। तमिलनाडु की प्रमुख विपक्षी पार्टी AIADMK ने शुक्रवार को बड़ा अनुशासनात्मक कदम उठाते हुए अपने 14 वरिष्ठ नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया। ये सभी नेता पूर्व मंत्री के. ए. सेंगोट्टैयन के समर्थन में सक्रिय थे। निष्कासित नेताओं में पूर्व सांसद वी. सत्यभामा का नाम भी शामिल है।
AIADMK महासचिव एडप्पाडी के. पलानीस्वामी (EPS) ने बयान जारी कर कहा कि इन नेताओं ने पार्टी की नीतियों और अनुशासन के खिलाफ काम किया और संगठन की छवि को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी में अनुशासनहीनता और गुटबाजी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पार्टी ने बताया कि इन नेताओं ने बीते दिनों सेंगोट्टैयन के साथ मिलकर अलग गुट की तरह काम करना शुरू किया था। सेंगोट्टैयन को भी कुछ दिन पहले पार्टी से निष्कासित किया गया था, क्योंकि उन्होंने पूर्व नेताओं ओ. पन्नीरसेल्वम (OPS), वी. के. शशिकला और टी. टी. वी. दिनाकरन से मुलाकात की थी। पार्टी इसे ‘विरोधी गुटों से मिलीभगत’ मान रही है।
AIADMK के इस फैसले को पार्टी के भीतर अनुशासन बहाल करने की दिशा में एक सख्त कदम माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि EPS गुट अब पूरी तरह से संगठन पर नियंत्रण बनाए रखने और किसी भी प्रकार की अंदरूनी बगावत को रोकने में जुटा है।
