बालको प्लांट में बड़ा हादसा: 20 साल पुराना ईएसपी ढहा, सुरक्षा मानकों पर उठे गंभीर सवाल

कोरबा। कोरबा के बालको एल्यूमिनियम प्लांट में शुक्रवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया। प्लांट परिसर में करीब 20 साल पुराना राख फिल्टर (Electrostatic Precipitator – ESP) अचानक भरभराकर ढह गया। हादसा इतना भीषण था कि पूरे परिसर में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। गनीमत यह रही कि घटना के समय वहां कोई श्रमिक मौजूद नहीं था, वरना स्थिति बेहद भयावह हो सकती थी।

यह पहला मौका नहीं है जब बालको प्लांट में इस तरह की घटना घटी हो। इससे पहले भी चिमनी गिरने की दुर्घटना हो चुकी है, जिसमें कई लोग हताहत हुए थे। उस समय उम्मीद जताई गई थी कि प्रबंधन सुरक्षा मानकों को कड़ाई से लागू करेगा, लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि हादसे से कोई सबक नहीं लिया गया।

स्थानीय कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि उद्योगपतियों के दबाव में श्रम विभाग केवल औपचारिक जांच तक सीमित रहता है। संयंत्रों में सुरक्षा नियमों की लगातार अनदेखी की जा रही है, जिससे हर दिन श्रमिकों की जान जोखिम में रहती है।

हाल ही में रायपुर के गोदावरी पावर प्लांट (हीरा ग्रुप) में हुई दुर्घटना में छह श्रमिकों की मौत ने औद्योगिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए थे। लगातार सामने आ रही ऐसी घटनाएं यह दर्शाती हैं कि औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों का पालन कागजों तक ही सीमित है। बालको हादसे ने एक बार फिर इस गंभीर लापरवाही को उजागर कर दिया है।

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