Mahasamund: सिरपुर महोत्सव का संसदीय सचिव ने किया शुभारंभ, उन्होंने कहा- महोत्सव लोक कला और संस्कृति का संगम

मनीष सरवैया@महासमुंद। सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल सिरपुर में माघ पूर्णिमा के अवसर पर होने वाले दो दिवसीय सिरपुर महोत्सव का आज शाम संसदीय सचिव एवं विधायक विनोद चंद्राकर ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कम संसाधन होने के बावजूद भी यह महोत्सव आधुनिकता के दौर में अपनी प्राचीन संस्कृति और भव्यता को बनाये हुए है। कहा कि महोत्सव संस्कृति और परम्पराओं का हिस्सा है। यह अच्छी बात है कि यहां के लोग पुरानी परम्पराओं को बनाये रखने और उसे संरक्षण दे रहे हैं। लोगों ख़ासकर युवा पीढ़ी को यहाँ की बौद्ध विरासत तथा लोककला एवं संस्कृति को जानने का अवसर मिलता है। सिरपुर लोगों के आस्था और श्रद्धा का केन्द्र है। दूर-दूर से लोग यहां आकर अपनी कलाओं का प्रदर्शन करते हैं और इस महोत्सव में व्यापारी जरूरत के सामग्रियों का क्रय भी करते हैं। उन्होंने सिरपुर की विरासत का भी ज़िक्र किया तथा शासन की जनकल्याणकारी उपलब्धियाँ के बारे में बताया।
संसदीय सचिव एवं विधायक विनोद चंद्राकर ने कहा कि ऐसे आयोजनों से क्षेत्रीय लोककला और संस्कृति जनता को देखने मिलती है और आज के युवाओं को संस्कृति के बारे में जानने और उनसे जुड़ने का अवसर मिलता है। आधुनिकता के दौर में अपनी पुरानी संस्कृति को बनाये रखना हम सब की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि मेले आयोजकों ने बच्चों के मनोरंजन का भी ध्यान रखा है। यहाँ विभिन्न प्रकार के खेलों के अलावा झूले भी लगे हैं, जिसका वे आनंद ले रहे हैं। इस अवसर पर कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर ने स्वागत भाषण दिया तथा अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया। पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत एस.आलोक ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया।
इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल, स्काउट गाइड के जिलाध्यक्ष दाऊलाल चन्द्राकर, मध्य क्षेत्र आदिवासी प्राधिकरण के सदस्य मोहित ध्रुव जिला पंचायत सदस्य अरूण अमर चंद्राकर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर स्थानीय जनपद सदस्य, सरपंच ग्राम पंचायत सिरपुर ललित ध्रुव सहित जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
महोत्सव में ग्राम मुड़ियाडीह के स्थानीय कलाकारों द्वारा सत्य के विरासत पंथी नृत्य, महासमुंद के दिशा नाट्य मंच द्वारा लेड़गा अउ डेडगा के बोझा नाटक, लहंगर के स्थानीय कलाकारों द्वारा कृष्ण बलराम राऊत नाचा, खट्टी के स्कूली छात्राओं द्वारा कर्मा नृत्य की प्रस्तुति दी गई। शुभारंभ के बाद एकल कत्थक नृत्य अनंदिता तिवारी एवं लोक छाया रायपुर द्वारा प्रस्तुति दी गयी। मुख्य अतिथि ने कलाकारों को सम्मानित किया।