सरगुजा-अंबिकापुर

Ambikapur: आलोक दुबे का कलेक्टर व एसपी को पत्र, लिखा- राजीव गांधी भवन को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करने की मांग, तो डीसीसी अध्यक्ष ने कबीर के दोहे बोलकर कसा तंज

 

अंबिकापुर। (Ambikapur) पार्षद आलोक दुबे ने कलेक्टर और एसपी को एक पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने राजीव भवन को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करवाने की मांग की है. अंबिकापुर के कांग्रेस भवन में कल दो पक्षों के बीच विवाद हो गया. लेकिन कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि विवाद करने वाले लोग बीजेपी के थे। इसी आरोप के बाद आलोक दुबे ने यह चिट्ठी कलेक्टर और एसपी को लिखी है।

जिस पर डीसीसी अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कबीर के दोहे की पक्तियों के जरिए पलटवार किया है,

(Ambikapur)आलोक दुबे ने पत्र में लिखा कि राजीव भवन में दंडाधिकारी शक्तियों का प्रयोग करते हुए तत्काल कांग्रेस कार्यालय राजीव गांधी भवन को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करते हुए अपने आधिपत्य में ले एवं कांग्रेस को लिखित आवेदन में कार्यक्रम करने की अनुमति दें, साथ में मेटल डिटेक्टर लगाएँ क्योंकि जब से राजीव भवन बना है,वहाँ आए दिन हाथापाई मारपीट हो रही है, और दोष यह भाजपा को दे रहे हैं”

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डीसीसी अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने आलोक दुबे के चिट्ठी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मैं उन्हे (Ambikapur)कबीर दास बाबा का यह दोहा याद दिलाता हूँ जो कांग्रेस कांग्रेसी और कांग्रेसी भवन को लेकर मसला स्पष्ट करेगा – कबीर यहु घर प्रेम का, ख़ाला का घर नाँहि..सीस उतारै हाथि करि, सो पैठे घर माँहि..”

गौरतलब है कि पूर्व कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष व वरिष्ठ पार्षद आलोक दुबे नगर पंचायत अध्यक्ष लखनपुर राजेश अग्रवाल के साथ कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। जिले के कुछ वरिष्ठ नेताओं के साथ वे राजधानी पहुंचे और मुख्यमंत्री के समक्ष भाजपा में शामिल होने घोषणा की थी। इसको लेकर सरगुजा कांग्रेस में तो खलबली भी मची हुई ही थी भाजपा में वरिष्ठ कांग्रेस नेता आलोक दुबे को पार्टी में स्वीकार करने तरह-तरह की बयानबाजी भी सामने आई थी। इस बीच भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व मुख्यमंत्री रमन सिंह के 10 जून को सरगुजा प्रवास के दौरान आलोक दुबे को पार्टी में विधिवत शामिल कर लिया गया था।

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