पखांजूर तहसीलदार पर वकीलों का आरोप: रजिस्ट्रेशन में वसूली और बांग्लादेशियों को जन्म प्रमाण पत्र जारी करने का मामला गरमाया

कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के पखांजूर में तहसीलदार पर गंभीर आरोप लगने से हड़कंप मच गया है। वकीलों ने तहसीलदार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों का खुलासा किया। पखांजूर में वकीलों का आरोप है कि रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर तहसीलदार द्वारा तीस-तीस हज़ार रुपये तक की वसूली की जाती है। इसके अलावा, यह भी आरोप लगाया गया कि बांग्लादेशी नागरिकों को यहां जन्म प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं, जो गंभीर और संवेदनशील मामला है।
इस पूरे मामले पर पखांजूर एसडीएम टी. देवांगन ने कहा कि आरोपों की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने वकीलों और जनता से अपील की कि वे जांच प्रक्रिया में सहयोग करें और किसी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।
वकीलों का कहना है कि राजस्व विभाग के कुछ अधिकारी सालों से एक ही जगह पदस्थ हैं। जब उनका तबादला होता है, तो भी कई अधिकारी अपने पद पर वापस लौट आते हैं, जिससे पदों पर सत्ता और भ्रष्टाचार की संरचना मजबूत होती है। तहसीलदार के खिलाफ ये आरोप प्रशासन में चिंता का विषय बन गए हैं, क्योंकि इससे जनता का भरोसा प्रभावित होता है।
फिलहाल तहसीलदार पर लगे आरोपों की जांच जारी है। प्रशासन और संबंधित विभाग इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द निष्पक्ष और पारदर्शी जांच सुनिश्चित करेंगे। देखना होगा कि जांच के बाद कौन-कौन सी सच्चाई सामने आती है और कौन-कौन सी कार्रवाई की जाती है। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रशासनिक स्तर पर जवाबदेही और पारदर्शिता बनाए रखना अत्यंत जरूरी है।