तोमर ब्रदर्स की पांचों याचिकाओं पर हाईकोर्ट में होगी एक साथ सुनवाई

बिलासपुर। रायपुर के चर्चित तोमर बंधुओं की अग्रिम जमानत से जुड़ी सभी पांच याचिकाओं पर अब हाईकोर्ट में एक साथ सुनवाई होगी। सोमवार को चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की सिंगल बेंच में मामले की सुनवाई हुई, लेकिन अदालत ने इसे एक सप्ताह के लिए टाल दिया। कोर्ट ने साफ किया है कि आरोपियों से जुड़ी सभी याचिकाओं की सुनवाई एक साथ होगी।
सुनवाई के दौरान शासन की ओर से अधिवक्ता ने शपथपत्र के साथ जवाब दाखिल किया। इसमें कहा गया है कि वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर दोनों का आपराधिक रिकॉर्ड है। रायपुर एसएसपी ने अपने शपथपत्र में बताया कि दोनों भाई सूदखोरी का धंधा करते हैं। वे जरूरतमंदों को ऊंचे ब्याज पर पैसे देकर मनमाने तरीके से वसूली करते हैं और पैसे न देने पर धमकाते हैं। लगातार शिकायतों के बाद पुलिस ने कार्रवाई की है।
वहीं, आरोपियों के वकील ने पुलिस पर दबाव में कार्रवाई करने और दोनों भाइयों को आर्गेनाइज क्राइम के केस में फंसाने का आरोप लगाया। बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी करीब दो महीने से फरार हैं और गिरफ्तारी से बचने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सेशन कोर्ट ने पहले ही दोनों भाइयों को सरेंडर करने का आदेश देते हुए 18 अगस्त तक उद्घोषणा जारी की थी। लेकिन उससे पहले ही उन्होंने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दायर कर दी।
जानकारी के अनुसार, तोमर ब्रदर्स के खिलाफ रायपुर के तेलीबांधा और पुरानी बस्ती थाने में सूदखोरी और एक्सटॉर्शन से जुड़े मामले दर्ज हैं। पुलिस की दबिश में उनके घर से कैश, चेक और जमीनों के दस्तावेज भी बरामद हुए। जांच में मामला संगठित अपराध से जुड़ा पाया गया, जिसके बाद पुलिस ने अलग-अलग सात आपराधिक प्रकरण दर्ज कर सख्ती से कार्रवाई शुरू की।