जयपुर। कोचिंग संस्थानों का गढ़ माने जाने वाले कोटा में कई छात्रों ने ख़्वाबों से थक कर मौत का रास्ता चुन लिया. जनवरी में अब तक 3 छात्रों ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.इससे पहले साल 2024 में 17 छात्रों ने अपनी जान दे दी..इसके साथ ही उनके सपने, लक्ष्य और उम्मीद सब खत्म हो गया.इस बीच राजस्थान सरकार में मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि कोटा में छात्र ‘प्रेम प्रसंग’ की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं. उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे सतर्क रहें और अपने बच्चों पर पढ़ाई का दबाव न डालें.
पंचायती राज विभाग का भी प्रभार संभाल रहे दिलावर बूंदी में लाभार्थियों को भूमि स्वामित्व के लिए ओनर्शिप कार्ड जारी किए जाने के कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. कोटा में छात्रों की आत्महत्या के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि वह अभिभावकों से आग्रह करना चाहते हैं कि उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है और अपने बच्चों पर पढ़ाई को लेकर दबाव नहीं डालना चाहिए.
दिलावर ने कहा, ‘मैं ईमानदारी से आग्रह करना चाहता हूं, हालांकि मेरे शब्द कुछ लोगों को परेशान कर सकते हैं कि अभिभावकों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है और उन्हें अपने बच्चों पर पढ़ाई का दबाव नहीं डालना चाहिए.’