बीजापुर। छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित कर्रेगुट्टा पहाड़ पर सुरक्षाबलों ने 24 दिनों तक चले बड़े नक्सल ऑपरेशन में 31 नक्सलियों को मार गिराया। इनमें 16 महिलाएं और 15 पुरुष शामिल हैं। जवानों ने पहाड़ पर चढ़ते वक्त रास्ते में बिछाए गए 450 IED को डिफ्यूज कर दुर्गम इलाकों तक पहुंच बनाई।
DGP अरुण देव गौतम ने बताया कि नक्सलियों ने वहां 250 गुफाएं, अस्पताल, बंकर और हथियार बनाने की चार फैक्ट्रियां बना रखी थीं। फोर्स ने इन्हें पूरी तरह से नष्ट कर दिया। ऑपरेशन के दौरान मेगा स्नाइपर, BGL सेल और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस ऑपरेशन की सराहना करते हुए कहा कि जहां पहले नक्सली राज करते थे, आज वहां तिरंगा लहरा रहा है। उन्होंने दोहराया कि 2026 तक भारत को नक्सल मुक्त कर दिया जाएगा।
इस ऑपरेशन में तकनीकी इनपुट के आधार पर रणनीति बनाई गई थी। जवानों ने पहाड़ की चोटी पर बेस कैंप और हेलीपैड भी बनाया ताकि मदद जल्दी पहुंचे। इस बीच कांग्रेस ने ऑपरेशन को लेकर सवाल उठाए हैं कि मारे गए लोगों की पहचान की पुष्टि कैसे हुई। वहीं, नक्सली प्रवक्ता ने एक पर्चा जारी कर 26 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि की है और शांति वार्ता पर केंद्र सरकार से स्पष्टता मांगी है। फिलहाल ऑपरेशन खत्म हो चुका है, लेकिन सुरक्षाबलों ने इलाके में अपनी पकड़ और मजबूत कर ली है।