रायपुर। क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने मंगलवार को मौदहापारा थाने में अपनी गिरफ्तारी दी। गिरफ्तारी के समय थाने के बाहर उनके समर्थक बड़ी संख्या में जमा हुए और पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने मौके पर 1 ASP, 2 CSP, 5 थानों के टीआई और पर्याप्त बल तैनात किया था।
शेखावत ने गिरफ्तारी से एक दिन पहले फेसबुक पोस्ट कर ‘आमंत्रण यात्रा’ निकालने और शाम 4 बजे थाने में आत्मसमर्पण की घोषणा की थी। इससे पहले उन्होंने पुलिसकर्मियों के घरों में घुसने की धमकी दी थी, जिसके चलते मौदहापारा थाने में उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई थी।
यह शिकायत पुरानी बस्ती के पूर्व थाना प्रभारी योगेश कश्यप ने की थी। FIR में आपराधिक धमकी, लोक सेवक को धमकाने और मानहानि जैसे आरोप शामिल किए गए हैं। गृह मंत्री विजय शर्मा ने साफ कहा था कि “अपराधी कोई भी हो, छोड़ा नहीं जाएगा।”
शेखावत ने सूदखोर मामले में गिरफ्तार वीरेंद्र तोमर के जुलूस को लेकर पुलिस कार्रवाई का विरोध किया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर लाइव आकर कहा था कि पुलिस ने तोमर के साथ क्रूरता की है और चेतावनी दी कि क्षत्रिय समाज बहुत जल्द रायपुर कूच करेगा।
अपने बयान में उन्होंने पुलिस अधिकारियों को “घर में घुसकर जवाब देने” की धमकी भी दी थी। उन्होंने कहा कि वीरेंद्र तोमर व्यापारी था और उसके साथ पुलिस ने अमानवीय व्यवहार किया। उन्होंने बयानों में कई बार उग्र और भड़काऊ भाषा का प्रयोग किया, जिसके बाद मामला गंभीर हो गया।
थाने के बाहर बैरिकेडिंग लगाई गई थी ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। पुलिस पूरे घटनाक्रम पर निगरानी रख रही है। शेखावत की गिरफ्तारी के बाद स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है। थाना से कुछ देर बाद उन्हें मुचलका दे दिया गया है। एएसपी लखन पटले ने डॉ. राज शेखावत की गिरफ्तारी और उनको मुचलका दिए जाने की पुष्टि की है।
