कांकेर (उत्तर बस्तर)

Kanker: स्कूल हुए बंद, तो मां-बाप की सहायता के लिए जंगल की ओर निकले बच्चे, अब कर रहे…..

देबाशीष बिस्वास@कांकेर। (Kanker) कोरोना महामारी के चलते विद्या के मंदिर में ताला लटका है, तो खाली समय मे बच्चे करे तो करे क्या,इस समय गांव- गांव में स्कूली बच्चे अपने जेब खर्च निकालने में जुटे हुए हैं, जिस हाथ में कापी पेन लिए बच्चे स्कूल के टेबल कुर्सी पर बैठे शिक्षा प्राप्त कर रहे होते हैं कोरोना ने बच्चों की पढ़ाई पर भी ग्रहण लगा दिया, अब बच्चे घर बैठे बैठे अपने रोजगार का अवसर बना लिया।

(Kanker) महुआ का फल जिसे क्षेत्र में टोरा के नाम से जाना जाता है। स्कूली बच्चे अपने परिवार के साथ जंगल से टोरा एकत्रित करने में जुटे हैं। (Kanker) इस समय जब स्कूल बंद पड़ा है तो बच्चों को वनोपज एकत्रित कर आय का एक रास्ता दिखा। जिससे खुद का खर्च निकल सके।

सुबह घर से जंगल की ओर निकल पड़ते हैं फिर उसे तोड़कर सुखाते हैं, जिसे बाजार में 30 से 35 रु प्रति किलो में बेचते हैं,छोटे छोटे बच्चे अपने परिवार के साथ इस कार्य मे लगे हुए हैं, और इससे 4 से 5 हजार कमाने का लक्ष्य लिए जी तोड़ मेहनत भी कर रहे हैंय़ नन्हे बच्चे भी सुबह से शाम तक अपने माता पिता के साथ वनोपज एकत्रित करने में जुटे हुए हैं।

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